बैन के बावजूद दिल्ली में खूब फोड़े गए पटाखे, 300 से ज्यादा लोग पहुंचे अस्पताल
एम्स दिल्ली के बर्न विभाग में दिवाली पर दीयों और पटाखों की वजह से घायल हुए कुल 48 लोगों को लाया गया। इनमें से 19 मरीज गंभीर हैं जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।
दिल्ली में दीवाली पर दो दिनों में पटाखों, दीयों और गंधक पोटाश से जलने और घायल होने के कारण करीब 324 लोग अस्पतालों की इमरजेंसी पहुंचे। यह संख्या पिछले साल पटाखों और दीयों से जलने वाले मरीजों से अधिक है। पिछले साल दीवाली पर 246 लोग अस्पताल पहुंचे थे। दीवाली पर घायल हुए लोगों में बड़ी संख्या में ऐसे भी हैं जिन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है।
सफदरजंग अस्पताल के बर्न, प्लास्टिक और सर्जरी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिवाली की रात अस्पताल में 117 मरीज ऐसे पहुंचे जो दीये और पटाखों के कारण झुलसे हुए थे। इससे पहले छोटी दीवाली पर 18 लोग आए थे। दो दिनों में ऐसे 135 मरीज अस्पताल पहुंचे हैं। इनमें 24 बच्चे भी शामिल हैं जिनकी उम्र 12 साल से कम है। अस्पताल में आए घायलों में 24 लोग गंभीर रूप से जले हुए थे। पांच मरीजों का हाथ फट गया था और उनकी सर्जरी की गई है। एम्स दिल्ली के बर्न विभाग में दिवाली पर दीयों और पटाखों की वजह से घायल हुए कुल 48 लोगों को लाया गया। इनमें से 19 मरीज गंभीर हैं जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।
गंधक पोटाश वाले भी घायल होकर अस्पताल पहुंचे
राजधानी में प्रतिबंधों के बावजूद पटाखों का खूब इस्तेमाल हुआ। इतना ही नहीं जिन लोगों को पटाखे नहीं मिले उन्होंने गंधक और पोटाश का इस्तेमाल कर दीवाली मनाई। ऐसे 10 घायलों को एम्स दिल्ली की इमरजेंसी में लाया गया जो गंधक और पोटाश की वजह से घायल हुए। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी गंधक पोटाश का मिश्रण करने से पाइप फटने की वजह से घायल हुए लोग भी इमरजेंसी पहुंचे। यहां कई के हाथ बुरी तरह जख्मी हुए हैं।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दीवाली पर पटाखों, दीयों आदि से कुल 44 लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचे। इनमें नौ लोगों को भर्ती किया गया। घायलों में छह महिलाएं और 38 पुरुष शामिल थे। जीटीबी अस्पताल में कुल 33 लोग दीवाली पर घायल होने के बाद पहुंचे। इनमें चार को भर्ती करना पड़ा। लोकनायक में 28 लोग जलने की वजह से अस्पताल आए। वहीं एम्स के नेत्र अस्पताल में कुल 36 लोग आंखों में चोट के साथ देर रात तक अस्पताल पहुंचे।
कहां कितने लोग दिवाली पर जलने की वजह से अस्पताल पहुंचे
सफदरजंग अस्पताल : 135
एम्स बर्न विभाग : 48
राम मनोहर लोहिया : 44
जीटीबी अस्पताल: 33
एम्स नेत्र अस्पताल : 36
लोकनायक :28