नोएडा में मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस में फंसाने की धमकी और ऑनलाइन लूट लिए 18 लाख
- साइबर अपराधियों ने 83 वर्षीय बुजुर्ग दंपति को धन शोधन केस में फंसाने की धमकी देकर 18 लाख रुपये की ठगी की। इस दौरान बुजुर्ग को चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा गया।

साइबर अपराधियों ने 83 वर्षीय बुजुर्ग दंपति को धन शोधन केस में फंसाने की धमकी देकर 18 लाख रुपये की ठगी की। इस दौरान बुजुर्ग को चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा गया। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सेक्टर-41 के जे ब्लॉक निवासी भूषणलाल भान ने पुलिस को बताया कि वे 83 साल के हैं। उन्हें ठीक से सुनाई भी नहीं देता, मशीन से सुनते हैं। इसी माह 11 फरवरी को आईवीआर के जरिये भूषणलाल के पास अनजान नंबर से एक कॉल आई। कॉलर ने बताया कि भूषणलाल के आधारकार्ड समेत कुछ दस्तावेज मिले हैं। उन दस्तावेजों का इस्तेमाल धन शोधन समेत अन्य अवैध गतिविधियों में हुआ है। इसके बाद ठगों ने बुजुर्ग को स्काइप कॉल पर ले लिया। वीडियो कॉल पर बुजुर्ग को मुंबई पुलिस के दो अधिकारियों के साथ जोड़ा गया।
दोनों ने पीड़ित से पूछताछ शुरू की और जेल जाने का डर दिखाया। कथित पुलिस अधिकारियों ने शिकायतकर्ता को जांच में सहयोग करने के लिए कहा। ऐसा न करने पर स्थानीय पुलिस को घर भेजकर पकड़वाने की धमकी दी। बुजुर्ग को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है। इसके बाद कॉल कथित सीबीआई अधिकारी को ट्रांसफर कर दी गई। अधिकारियों ने बुजुर्ग से कहा कि उसके खिलाफ देशविरोधी क्रियाकलाप करने की धारा में केस दर्ज हुआ है। अगर उन्होंने किसी को पूछताछ संबंधी जानकारी दी तो बिना सुनवाई किए ही गिरफ्तारी होगी।
इसके बाद कथित पुलिस अधिकारियों ने बुजुर्ग के परिवार और बैंक खाते के बारे में जानकारी ली। अंत में बुजुर्ग से कहा गया कि उसके खाते में जितनी रकम है,उसे ट्रांसफर कर दे। खाता संख्या ठगों की ओर से उपलब्ध कराई गई। जांच के बाद ट्रांसफर हुई रकम मूल खाते में वापस करने का भी ठगों ने भरोसा दिलाया। इसके बाद बुजुर्ग ने 11 फरवरी को ठगों के बताए सीबीआई बैंक के खाते में 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद तीन लाख रुपये और ट्रांसफर करने को कहा गया।
बुजुर्ग ने उधार लेकर यस बैंक के खाते में रकम दोबारा ट्रांसफर कर दी। जब पीड़ित पर दस लाख रुपये और ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा तब उसे ठगी की आशंका हुई और उसने रकम वापस करने को कहा। इसके बाद ठगों ने बुजुर्ग से संपर्क तोड़ दिया। जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जानकारी जुटा रही है। वहीं, शिकायतकर्ता का दावा है कि उनकी पत्नी पर भी इस दौरान ठगों ने वीडियो कॉल के जरिये निगरानी रखी गई।