शादियों में चोरी के लिए बच्चों को 12 लाख रुपये तक का ‘पैकेज’; दिल्ली पुलिस ने बैंड-बाजा-बारात गैंग दबोचा
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने शादियों में कीमती सामान चुराने वाले गैंग को दबोचा है। गैंग के ज्यादातर सदस्य 9 से 15 साल की उम्र के हैं। गैंग में चोरी के लिए जिन बच्चों को रखा गया था, उनके परिजनों को इसके लिए सालाना 10 से 12 लाख रुपये का पैकेज दिया जाता था।

अगर आपके घर में शादी है और उसका आयोजन किसी होटल, बैंक्वेट हॉल या फार्म हाउस में कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। विवाह में अच्छे कपड़े पहनकर आए कुछ अंजान बच्चे आपका कीमती सामान लेकर रफूचक्कर हो सकते हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे ही गिरोह को दबोचा है। इसके ज्यादातर सदस्य 9 से 15 साल की उम्र के हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरोह ने चोरी के लिए जिन बच्चों को रखा था, उनके परिजनों को इसके लिए सालाना 10 से 12 लाख रुपये का पैकेज दिया जाता था।
तीन मामलों को सुलझाया : क्राइम ब्रांच के मुताबिक, शादी समारोह से शगुन, जेवरात और नकदी से भरे बैग पर हाथ साफ करने वाले गिरोह का नाम बैंड-बाजा-बारात है। गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही दिल्ली के शादी समारोहों में चोरी के तीन मामलों को सुलझाया गया है। यह गिरोह मध्य प्रदेश का रहने वाला है और पूरे उत्तर भारत में आयोजित होने वाली भव्य शादियों को निशाना बनाता था। पुलिस अब तीनों आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
बच्चों को देते हैं ट्रेनिंग : पुलिस के मुताबिक, गिरोह मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के गुलखेड़ी गांव से संचालित हो रहा था। गिरोह में 9 से 15 साल के किशोरों को शामिल किया जाता था। खास बात यह है कि गिरोह के सदस्य नाबालिग बच्चों को चोरी की बकायदा ट्रेनिंग देते थे। बच्चों को बताया जाता था कि कैसे दूल्हा-दुल्हन और घराती-बराती के महंगे-महंगे सामान, जेवरात और नकदी चोरी की जाएं। बच्चों को शादी-ब्याह के कार्यक्रम से बैग उठाने और वहां से फरार होने के लिए अपने नेटवर्क की मदद करने और लेने का तरीका भी सिखाया जाता था। गिरफ्तार आरोपियों में मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के खुलखेड़ी गांव निवासी 24 वर्षीय अज्जू, 22 वर्षीय कुलजीत और कड़िया गांव निवासी 25 वर्षीय कालू छायल शामिल हैं। इनके कब्जे से चोरी के 2,14,000 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं।
बड़े होटलों में ठहरते थे : क्राइम ब्रांच ने यह भी खुलासा किया है कि शादियों के मौसम में यह गिरोह मध्य प्रदेश से दिल्ली आकर होटलों में ठहरते थे और होटलों और बैंक्वेट हॉल में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस ने बताया कि बीते कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में शादी समारोहों से आभूषण और नकदी वाले बैग चोरी होने की घटनाएं बढ़ गई थीं। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को इस गिरोह के पीछे लगाया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने जिन शादी समारोहों में चोरी हुई थी उनके वीडियो फुटेज की जांच की और विभिन्न स्थानों पर मुखबिरों की तैनाती की थी।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से संचालित हो रहा था
जांच के दौरान क्राइम ब्रांच ने मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से संचालित होने वाले गिरोह के बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई। इस दौरान तीन आरोपियों के दिल्ली में होने की जानकारी मिली, तो उन्हें शास्त्री पार्क मेट्रो डिपो के पास स्थित बस स्टॉप से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अपने गांव मध्य प्रदेश भागने की फिराक में थे। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के गांव गुलखेड़ी और कड़िया के रहने वाले हैं। शादी के सीजन में वे शादी समारोहों के दौरान विवाह स्थलों पर चोरी करने के लिए दिल्ली और एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य मेट्रो शहरों में जाते हैं।
नाश्ता करने के निर्देश
बच्चों को समारोह में शामिल होने के लिए अच्छे कपड़े पहनने और किसी भी तरह का संदेह दूर करने के लिए नाश्ता खाने के निर्देश भी दिए जाते हैं। गिरोह में वयस्क पुरुष और महिलाएं भी शामिल होती हैं, ताकि कोई शक न कर सके। ये महिलाएं अपने बच्चों की तरह इन आरोपी बच्चों की देखभाल करती हैं।