दिल्ली में सीबीआई का ऐक्शन, रिश्वत लेते 3 सरकारी अधिकारी अरेस्ट; कंपनी पर कम जुर्माने के बदले मांगी थी घूस
सीबीआई ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के तुगलकाबाद में इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) में तैनात तीन सरकारी अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनपर एक कंपनी पर कम जुर्माना लगाने की एवज में घूस मांगने का आरोप है।
सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के तुगलकाबाद में इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) में तैनात तीन सरकारी अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक डिप्टी कमिश्नर और एक कस्टम सुपरिटेंडेंट शामिल हैं। इसके अलावा, दो प्राइवेट व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से एक लाइसेंस प्राप्त कस्टम हाउस एजेंट है। सीबीआई के अनुसार, आयात-निर्यात कंसाइनमेंट से संबंधित लंबित मामलों को निपटाने के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी।
सीबीआई ने बताया की गिरफ्तार किए गए लोगों को राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज की अदालत में पेश किया गया और उन्हें 14 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, फरीदाबाद, गुड़गांव, रायगढ़ और किन्नौर में नौ स्थानों पर तलाशी ली। इन तलाशियों के परिणामस्वरूप करीब 19.3 लाख रुपये कैश और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने छह सितंबर को कई व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिनमें दिल्ली स्थित एक फर्म का एजेंट, उसी फर्म का एक कर्मचारी, मुंबई स्थित एक कंपनी का कर्मचारी और दिल्ली स्थित एक अन्य प्राइवेट व्यक्ति शामिल थे।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आरोपों से पता चलता है कि आरोपी लोक सेवक मुंबई स्थित फर्म पर कम जुर्माना लगाने के बदले में दिल्ली स्थित कंपनी के आरोपी एजेंट से अवैध रिश्वत की मांग कर रहे थे और उसे एक्सेप्ट (स्वीकार) कर रहे थे। यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी लोक सेवकों ने एक-दूसरे के साथ मिलीभगत करके, उक्त कस्टम हाउस एजेंट सहित निजी व्यक्तियों के साथ साजिश करके आयात/निर्यात कंसाइनमेंट और कस्टम बॉन्ड से संबंधित लंबित मामलों को निपटाने के लिए विभिन्न निजी पक्षों से आदतन रिश्वत की मांग की और उसे स्वीकार किया।'
आईसीडी के आरोपी अधिकारी और कस्टम के डिप्टी कमिश्नर कथित तौर पर आरोपी कस्टम हाउस एजेंट और दिल्ली स्थित फर्म के कर्मचारी के लगातार संपर्क में थे ताकि माल के लिए कस्टम क्लीयरेंस की सुविधा मिल सके और प्राइवेट पार्टियों से अवैध रिश्वत ली जा सके। रिश्वत की रकम कथित तौर पर आईसीडी अधिकारी के बैंक खाते में जमा की गई। जिसे बाद में आरोपी डिप्टी कमिश्नर को दे दिया गया।
सीबीआई ने 6 सितंबर को जाल बिछाया और आरोपी डिप्टी कमिश्नर, आईसीडी अधिकारी और कस्टम हाउस एजेंट को 72,000 रुपये की अवैध रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। यह रिश्वत मुंबई स्थित फर्म पर कम जुर्माना लगाने के बदले में दी गई थी। सीबीआई ने आईसीडी तुगलकाबाद के आरोपी सुपरिटेंडेंट को भी गिरफ्तार किया, जिसने कथित तौर पर 5 सितंबर को 50,000 रुपये की अवैध रिश्वत ली थी।
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