ग्रेटर नोएडा से चलेंगी यूपी-बिहार और बंगाल वाली 70 ट्रेनें, 13 प्लैटफॉर्म वाला NDLS जैसा स्टेशन
नई दिल्ली स्टेशन की तर्ज पर विकसित किए जाने वाले बोड़ाकी रेलवे स्टेशन में 13 प्लेटफॉर्म बनेंगे। दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग स्थित इस स्टेशन से 70 ट्रेनें चलेंगी।
नई दिल्ली स्टेशन की तर्ज पर विकसित किए जाने वाले बोड़ाकी रेलवे स्टेशन में 13 प्लेटफॉर्म बनेंगे। दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग स्थित इस स्टेशन से यूपी-बिहार और बंगाल वाली 70 ट्रेनें चलेंगी। इस पर लगभग सहमति बन चुकी है। रेल मंत्रालय और डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन की टीम ने बीते दिनों साइट का निरीक्षण किया था। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) के तहत बोड़ाकी गांव के पास 358 एकड़ में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) प्रस्तावित है। इसकी चारदीवारी बनाने के लिए खुदाई का काम शुरू हो गया है। बीते साल दिसंबर में इस परियोजना को स्पेशल रेलवे प्रोजेक्ट घोषित किया गया। इससे काम के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद बढ़ गई है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
अधिकारी के मुताबिक यह काम पूरा होते ही मास्टर प्लान तैयार कर विकास कार्यों के लिए निविदा जारी की जाएगी। ग्रेनो प्राधिकरण एसीईओ और आईआईटीजीएनएल की निदेशक श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा।
ग्रेटर नोएडा बोड़ाकी रेलवे स्टेशन से वंदेभारत समेत 70 ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। हालांकि, भविष्य में इनकी संख्या बढ़ सकती है। परियोजना को विकसित करने की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और केंद्र सरकार की संयुक्त कंपनी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) की है। प्राधिकरण द्वारा जमीन निशुल्क दी जा रही है। इसके विकास पर खर्च होने वाली रकम डीएमआईसी वहन करेगा। बजट लगभग 1625 करोड़ है। यहां से क्षेत्रीय और अंतरराज्यीय मिलाकर 80 बसों का संचालन किया जाएगा।
एक ही परिसर में मेट्रो, बस और ट्रेन की सुविधा मिलेगी
इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य दो से तीन साल निर्धारित किया गया है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब में लोगों को एक ही जगह पर ट्रेन, मेट्रो और बस की सुविधा मिलेगी। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब में कोच मेंटेनेंस यार्ड, सीवेज शोधन संयंत्र, जल शोधन संयंत्र जैसी प्रमुख सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
दिल्ली का दबाव कम करने का प्रयास
दिल्ली के रेलवे स्टेशन और आनंद विहार स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर यात्रियों के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब परियोजना पर काम चल रहा है। यहां पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की तरफ जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों का ठहराव होगा। अंतरराज्यीय बसों का भी संचालन किया जाएगा।
किस जोन में क्या होगा
● जोन-1 में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), क्षेत्रीय बस टर्मिनल (एलबीटी), मेट्रो रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम के साथ व्यावसायिक और खुदरा कारोबार की व्यवस्था होगी।
● जोन-2 में रेलवे स्टेशन होगा। व्यावसायिक और खुदरा कारोबार की सुविधा होगी। यहां होटल, रेलवे ओवरब्रिज, बहुमंजिला पार्किंग और रेलवे यार्ड की सुविधा होगी।
मेट्रो की एक्वा लाइन का विस्तार किया जाएगा
एक्वा मेट्रो लाइन का विस्तार ग्रेटर नोएडा के डिपो स्टेशन से बोड़ाकी स्थित मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) तक करने की तैयारी है। इसके लिए 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बिछेगा। इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। केंद्र की मंजूरी के बाद नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) इस रूट के लिए डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति करेगा। इसके बाद निर्माण शुरू करने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।