MCD वार्ड समिति चुनाव में BJP का परचम, इन तीन जो में हुई क्रॉस वोटिंग; जानिए कौन किस पर पड़ा भारी
हर वार्ड समिति से एक सदस्य स्थायी समिति के लिए चुना जाता है। अब स्थायी समिति के तहत भाजपा के पास नौ सदस्य हो चुके हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के पास आठ सदस्य हैं।
एमसीडी के 12 जोन की वार्ड समिति के चुनाव बुधवार को संपन्न हो गए। इसके साथ ही नगर निगम के इस महत्वपूर्ण निकाय में भाजपा का पलड़ा भारी हो गया है। निगम में आम आदमी पार्टी का कब्जा है। ऐसे में वार्ड जोन में भाजपा की जीत दर्शाती है कि चुनाव में पार्षदों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की है। दरअसल, हर वार्ड समिति से एक सदस्य स्थायी समिति के लिए चुना जाता है। अब स्थायी समिति के तहत भाजपा के पास नौ सदस्य हो चुके हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के पास आठ सदस्य हैं। स्थायी समिति निगम की सबसे ताकतवर संवैधानिक निकाय है। इसमें सभी बड़े और महत्वपूर्ण फैसलों पर चर्चा करते हुए उसके लिए फंड जारी किया जाता है। अब इसके अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की दौड़ में भाजपा को बढ़त मिल गई है। इन दोनों पदों के लिए अक्तूबर में चुनाव हो सकता है।
स्थायी समिति में होते हैं कुल 18 सदस्य
निगम के पूर्व मुख्य विधि अधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि स्थायी समिति के कुल 18 सदस्य होते हैं। इनमें से 6 सदस्य सदन में चयनित होकर आते हैं। बाकी 12 सदस्य निगम के 12 जोन की वार्ड समिति के चुनाव के जरिए चयनित होते हैं। हर जोन से वार्ड समिति का एक सदस्य चुना जाता है। निगम अधिनियम के अनुसार स्थायी समिति के सभी 18 सदस्य स्थायी समिति के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन को चुनते हैं। स्थायी समिति में चेयरमैन के पास सभी बड़ी परियोजनाओं की विस्तृत कार्य योजना तैयार करने से लेकर उनके लिए फंड तय करने की ताकत होती है। इसमें परियोजनाओं के फंड को तय करने की कोई सीमा नहीं है। 500 करोड़ रुपये से लेकर इससे अधिक फंड तक के प्रोजेक्ट को स्थायी समिति के चेयरमैन मंजूरी दे सकते हैं।
तीन जोन में क्रॉस वोटिंग
वार्ड समिति के चुनाव में तीन जोन में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। दक्षिण जोन में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी, दोनों के उम्मीदवारों को 11-11 वोट मिले। जबकि इस जोन में भाजपा के 7 पार्षद और आप के 15 पार्षद और एक कांग्रेस का पार्षद है। इसमें अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को लॉटरी से चुना गया। जिसमें कक्ष में मौजूद एक सदस्य ने दो पर्चियों में से एक को उठाया। जिसके बाद आप के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। इसके अलावा शाहदरा उत्तरी जोन और नरेला जोन में भी क्रॉस वोटिंग हुई। शाहदरा उत्तरी जोन में कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों को उतारा था।
वार्ड समिति बजट तैयार करने की जिम्मेदारी
वार्ड समिति में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थायी समिति के एक सदस्य चुन लिए गए हैं। अब स्थानीय मुद्दों पर हर सप्ताह इन समितियों की बैठक होगी। इसमें वार्ड समिति के अध्यक्ष एक करोड़ रुपये या इससे अधिक के फंड पर फैसला ले सकेंगे। साथ ही जोन में बड़े स्टेडियम, पार्किंग व अन्य परियोजनाओं के बजट को तैयार कर उसे आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद आयुक्त की रजामंदी के बाद उसे सदन में एजेंडे में प्रस्ताव के रूप में शामिल किया जा सकेगा।
स्थायी समिति फंड मंजूर कर सकती है
यह महत्वपूर्ण संवैधानिक निकाय है। इसमें पेश होने वाले प्रस्ताव सदन में स्वीकृत होने के बाद आते हैं। सदन में जो भी प्रस्ताव पास किए जाते हैं उसको स्थायी समिति में मंजूरी मिलना अनिवार्य है। पांच करोड़ से अधिक के फंड को स्थायी समिति से ही मंजूर किया जा सकता है। अभी लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक समय से स्थायी समिति के गठन न होने के कारण बड़ी परियोजनाओं के फंड को स्वीकृति नहीं मिल पा रही है। अभी मौजूदा परिस्थिति में कूड़ा प्रबंधन प्रणाली समेत अन्य रूटीन के कामकाज के लिए निगम आयुक्त ही फंड को मंजूरी दे रहे हैं।
एलजी ने मंगलवार देर रात आदेश दिए थे
बता दें कि मेयर के पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने से इनकार करने के बाद मंगलवार देर रात केंद्र सरकार ने उपराज्यपाल को पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने का अधिकार दे दिया था। इसके बाद एलजी वीके सक्सेना के निर्देश के बाद एमसीडी के सभी जोन के उपायुक्तों को पीठासीन अधिकारी बनाया। इसके बाद ही बुधवार को चुनाव हो सका। इस मामले में मेयर ने निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर सवाल भी उठाए हैं। उन्होंने वार्ड समिति के चुनाव को असंवैधानिक बताया है।
नरेला जोन में क्रॉस वोटिंग से सब हैरान
नरेला जोन में वार्ड समिति के पद चुनाव में क्रॉस वोटिंग से सभी हैरान नजर आए। इस जोन में कुल 20 सदस्य हैं। भाजपा के सात और आम आदमी पार्टी के नौ सदस्य हैं। चार एल्डरमैन हैं। स्थायी समिति के सदस्य पद के लिए आप को 8 वोट मिले और भाजपा को 12 वोट मिले। इस जोन में एल्डरमैन के मतों से भाजपा को बढ़त मिली। इस कारण वार्ड समिति के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थायी समिति के सदस्य पर जीते।