संघ को लिखिए नहीं, उससे सीखिए; RSS प्रमुख को केजरीवाल की चिट्ठी के बाद BJP की AAP को सलाह
- AAP सुप्रीमो द्वारा संघ प्रमुख को लिखे पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल द्वारा आरएसएस प्रमुख को लिखा गया पत्र मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के अलावा कुछ नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से कहा है कि उन्हें मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को चिट्ठी लिखने की बजाय उनसे 'सेवा की भावना' सिखना चाहिए। इस बारे में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा।
इस दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- 'मैं उनसे (केजरीवाल) कहना चाहता हूं, संघ को लिखिए नहीं, संघ से सीखिए। झुग्गी झोपड़ियों और दलित बस्तियों में काम करने वाला भारत का सबसे बड़ा संगठन है सेवा भारती, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा हुआ है। इसलिए सेवा का भाव सीखिए, सियासत की चाल छोड़िए।'
पार्टी की यह प्रतिक्रिया केजरीवाल के उस राजनीतिक कदम के बाद आई है, जिसमें उन्होंने संघ प्रमुख को पत्र लिखकर भाजपा की शिकायत करते हुए कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा दिल्ली में वोट खरीदने के लिए नोट बांट रही है साथ ही मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटवा रही है। अपनी चिट्ठी में केजरीवाल ने भागवत से यह पूछा कि क्या वह भाजपा की ऐसी गलत गतिविधियों का समर्थन करते हैं।
केजरीवाल के इसी पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल द्वारा आरएसएस प्रमुख को लिखा गया पत्र मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के अलावा कुछ नहीं है।
AAP के 10 अधूरे दावे याद दिलाए
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान त्रिवेदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी जो कहती है वो कभी नहीं करती। उन्होंने AAP के उन 10 वादों को याद दिलाया जिन्हें पार्टी ने सत्ता मिलने के बाद पूरा करने का दावा किया था, लेकिन पिछले 10 सालों में जिन पर कुछ काम नहीं हुआ। त्रिवेदी ने बताया कि AAP ने लटकते बिजली के तारों से मुक्ति दिलाने, घर-घर पीने का साफ पानी पहुंचाने, विश्व स्तरीय एजुकेशन सिस्टम देने, स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने, प्रदूषण मुक्त पर्यावरण देने, कूड़े के ढेर से मुक्ति दिलाने का दावा, महिला सुरक्षा का दावा, कच्ची कॉलोनियों में बेसिक सुविधाएं देने का दावा, झुग्गी-झोपड़ियों के लोगों को मकान देने का दावा और यमुना की सफाई करने का दावा किया था। त्रिवेदी ने कहा कि AAP पार्टी के ये सभी दावे यथार्थ के धरातल पर चूर-चूर हो चुके हैं।
'पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता जेल जा चुके'
AAP पर हमला करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि इन लोगों ने ऐसे अद्भुत काम किए हैं कि भारत की राजनीति में उदाहरण ना मिले। नई राजनीति करने के लिए जो लोग आए थे, उन्होंने एक ऐसा उदाहरण दिया कि इनकी सरकार के मंत्री तो जेल में रहे, साथ ही इनकी पार्टी और सदन में उच्च पदों पर बैठा व्यक्ति भी किसी ना किसी आरोप में जेल में गया। चाहे वह मुख्यमंत्री हों, उपमुख्यमंत्री हों या संसद में पार्टी का नेता हो। ये तीनों शराब घोटाले के मामले में गए, तो उनके स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन हवाला के मामले में, अमानतुल्ला खान वक्फ बोर्ड में घोटाले करने के मामले में, नरेश बाल्यान माफिया के साथ संबंधों के मामले, एक तोमर थे वो फर्जी डिग्री के मामले में जेल गए थे।'
'कम से कम लालू जी ने इतनी मर्यादा रखी थी'
नए साल के पहले दिन बीते साल की प्रमुख घटनाओं के याद दिलाते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, 'बीते साल एक विचित्र संवैधानिक उदाहरण भी देश ने देखा, जब जेल से रहकर एक मुख्यमंत्री ने सरकार को चलाया। ऐसा नहीं है कि केजरीवाल जी जेल जाने वाले पहले मुख्यमंत्री थे, कि जिन पर आरोप लगा और जिन्हें जेल जाना पड़ा। इससे पूर्व में भी शिबू सोरेन जी, मधु कोड़ा जी, लालू यादव जी, जयललिता जी, करुणानिधि जी ये सब लोग पद पर रहते हुए जेल गए। परंतु कम से कम लालू प्रसाद यादव जी ने भी इतनी मर्यादा रखी थी कि पद छोड़ दिया था नैतिकता के आधार पर लेकिन 2024 में एक ऐसा विस्मयकारी और विचित्र उदाहरण देश को देखने को मिला कि जिन्होंने सीएम का पद नहीं छोड़ा और उससे विचित्र बात कि जेल में रहकर पद नहीं छोड़ा लेकिन उससे बाहर आकर छोड़ दिया।'