गौतमबुद्ध नगर में भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए नए चेहरों पर दांव
गौतमबुद्ध नगर जिले में संगठन के चुनावों में भाजपा ने नए चेहरों पर दांव लगाया है। गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के जिलाध्यक्ष और नोएडा में महानगर अध्यक्ष के पद के लिए बड़ी संख्या में नेताओं ने इस पद के लिए दावेदारी की थी।

गौतमबुद्ध नगर जिले में संगठन के चुनावों में भाजपा ने नए चेहरों पर दांव लगाया है। गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के जिलाध्यक्ष और नोएडा में महानगर अध्यक्ष के पद के लिए बड़ी संख्या में नेताओं ने इस पद के लिए दावेदारी की थी।
गुर्जर बाहुल्य जिला होने के चलते नोएडा महानगर में चार और गौतमबुद्ध नगर जिले पर दस गुर्जर नेताओं ने भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की थी। बता दें कि नोएडा महानगर पर पार्टी के 35 लोगों ने अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोकी थी। इसमें गुर्जर समाज से महेश अवाना, जोगेंंद्र चौधरी, मूलचंद अवाना थे। इनके अलावा महेश चौहान, मनीष शर्मा, गणेश जाटव, उमेश त्यागी, संजय बाली आदि प्रमुख नाम थे।
वहीं, गौतमबुद्ध नगर से जिला अध्यक्ष की दौड़ में पार्टी के 31 नेता शामिल थे। इसमें गुर्जर समाज से जिलाध्यक्ष गजेंद्र मावी का नाम सबसे आगे था। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक धड़ा उनके लिए पैरोकारी में भी जुटा था। उनके अलावा तेजा गुर्जर, बिजेंद्र भाटी, रकम सिंह भाटी समेत दस गुर्जर नेताओं ने अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की थी। पार्टी के ही नेताओं के एक धड़े का प्रयास था कि जिले की कमान किसी गुर्जर नेता को मिले। सूत्रों को कहना है कि सांसद डॉ. महेश शर्मा और नोएडा विधायक पंकज सिंह अपने करीबियों को संगठन की कमान दिलवाने में कामयाब रहे।
वहीं, वरिष्ठ गुर्जर नेताओं का कहना है कि गुर्जर बाहुल्य इस जिले में जिला पंचायत के चुनाव में भी गुर्जर नेता को मौका नहीं दिया गया था। संगठन में पश्चिम क्षेत्र में गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर दो जिलों में गुर्जर नेता अध्यक्ष थे, लेकिन उन्हें भी घटा दिया गया। अब सिर्फ गाजियाबाद में ही गुर्जर नेता को संगठन ने जिम्मेदारी सौंपी हैं। पार्टी के प्रदेश संगठन की टीम में सुरेंद्र नागर प्रदेश उपाध्यक्ष थे। उनके राष्ट्रीय टीम में जाने के बाद प्रदेश उपाध्यक्ष का पद खाली है। वहां पर किसी भी गुर्जर नेता को जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई।
कोई नाराजगी नहीं सतेंद्र सिसौदिया
भाजपा के पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने कहा कि पार्टी ने सभी को पूरा सम्मान दिया। गौतमबुद्ध नगर जिले से ही गुर्जर नेता सुरेंद्र नागर पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय सचिव हैं। तेजपाल नागर दादरी से विधायक और नरेंद्र भाटी पार्टी के एमएलसी हैं। सिर्फ संगठन में जिले का पद न मिलने से किसी का नाराज होना सही नहीं है। पार्टी हाईकमान के द्वारा सभी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए यह फैसले किए गए हैं। नाराजगी की कोई बात नहीं आई है।
डॉ. महेश शर्मा, सांसद ने कहा, ''भाजपा संगठन आधारित पार्टी है। पार्टी हाईकमान ने जो निर्णय लिए हैं, वह सभी को स्वीकार है। इस फैसले से क्षेत्र में पार्टी और अधिक मजबूत होगी।''