दिल्ली के सीमापुरी से बांग्लादेशी गिरफ्तार, 5 साल से चला रहा था चाय की दुकान; दूसरी बार भारत में की थी एंट्री
भारत में अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को शाहदरा जिला पुलिस की विदेशी प्रकोष्ठ सेल ने 19 फरवरी को गिरफ्तार किया है। आरोपी शाह अली ने सीमापुरी के डी-ब्लॉक इलाके में पिछले पांच साल से चाय की दुकान खोल रखी थी।

भारत में अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को शाहदरा जिला पुलिस की विदेशी प्रकोष्ठ सेल ने 19 फरवरी को गिरफ्तार किया है। आरोपी शाह अली ने सीमापुरी के डी-ब्लॉक इलाके में पिछले पांच साल से चाय की दुकान खोल रखी थी। पुलिस ने उसे आर के पुरम स्थित विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) में पेश किया। जहां से उसे निर्वासित करने के लिए हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि टीम लगातार इलाके में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की जांच पड़ताल कर रही है। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक नई सीमापुरी डी ब्लॉक इलाके में चाय की दुकान चला रहा है। पुलिस की टीम ने दबिश देकर वहां से शाह अली को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पता चला कि वह बेगरहाट बांग्लादेश का रहने वाला है। वह पांच साल पहले अवैध रूप से भारत की सीमा में घुसा और पुलिस से बचने के लिए न्यू सीमापुरी इलाके में चाय की दुकान चलाने लगा।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि व्यक्ति ने स्वीकार किया है कि वह पांच साल पहले अवैध रूप से भारत में घुसा था। उन्होंने बताया, 'उसे पहले बांग्लादेशी प्रकोष्ठ द्वारा स्वदेश भेजा गया था, लेकिन 2018 में उसने फिर से भारत में प्रवेश कर लिया।' इससे पहले महीने की शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने जाली भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर गैर कानूनी तरीके से भारत में रहने के आरोप में बांग्लादेश के तीन नागरिकों को पकड़ा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया था कि अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई के तहत पहाड़गंज क्षेत्र से इन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार, 28 जनवरी को दस्तावेजों के सत्यापन और आंकड़ों के विश्लेषण के दौरान तीन बांग्लादेशियों की धोखाधाड़ी का खुलासा हुआ। पुलिस ने बताया कि उनके आवास की तलाशी में दो भारतीय पासपोर्ट, दो बांग्लादेशी पासपोर्ट, पांच आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, एक मतदाता पहचान पत्र, कई बैंक दस्तावेज और एक बांग्लादेशी शिक्षा बोर्ड का अंकपत्र बरामद हुए।