चुन-चुनकर दिल्ली में पकड़े जा रहे बांग्लादेशी, एक और को भारत से निकाला बाहर
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ ऐक्शन तेज कर दिया गया है। जांच और धरपकड़ के बीच एक और महिला को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ ऐक्शन तेज कर दिया गया है। चुन-चुनकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस भेजा रहा रहा है। जांच और धरपकड़ के बीच एक और महिला को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि 4 साल से दिल्ली में अवैध तरीके से रह रही महिला को गिरफ्तार करने के बाद डिपोर्ट कर दिया गया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय के आदेश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान शुरू किया। दस्तावेज सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस को कापसहेड़ा इलाके में रह रही बांग्लादेशी नागरिक के बारे में पता चला। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'टीम ने एक बांग्लादेशी महिला को पकड़ा जो चार साल से दिल्ली में रह रही थी और उसके पास पैन कार्ड और आधार कार्ड सहित जाली भारतीय पहचान दस्तावेज थे।'
उन्होंने आगे कहा कि आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और प्रवासी को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के जरिए डिपोर्ट कर दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने वसंत कुंज से 11 बांग्लादेशी घुसपैठियों को भी पकड़कर डिपोर्ट किया।
दिल्ली पुलिस ने 2005 से दक्षिणपश्चिम दिल्ली में रह रही एक महिला और उसके बेटे को भी बांग्लादेश डिपोर्ट किया था। मां-बेटे की पहचान नजमा खान और उसके बेटे नईम खान (22) के रूप में की गई। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने बताया था कि दोनों पश्चिम बंगाल सीमा से भारत में घुसे थे। नजमा लगभग 20 साल पहले आई थी, जबकि नईम 2020 में यहां आया था। मां-बेटे कटवारिया सराय में रह रहे थे, जहां नजमा घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी।
दक्षिणी दिल्ली से वापस भेजे गए 7 बांग्लादेशी
इससे पहले दिसंबर के अंत में बांग्लादेश से अवैध तौर पर भारत में घुसे सात प्रवासियों को दक्षिणी दिल्ली से वापस उनके देश भेजा गया। फतेहपुर बेरी इलाके में अरजनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास पांच महिलाओं समेत सात बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान बाग्लदेशियों ने बताया कि वे अवैध रूप से सीमा पार करके भारत में घुसे थे और गुड़गांव के राजीव नगर में रह रहे थे।