10 दिन बाद भी दिल्ली के CM पर फैसला क्यों नहीं कर पाई भाजपा, आतिशी ने कर दिया बड़ा दावा
आतिशी ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 48 विधायकों में से किसी पर भी भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
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आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। वजह है 10 दिन बीत जाने के बाद भी दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर कोई फैसला ना कर पाना। उन्होंने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 48 विधायकों में से किसी पर भी भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
आतिशी ने कहा, दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हुए 10 दिन बीत चुके हैं।दिल्ली की जनता इंतजार करती रह गई, लेकिन भाजपा मुख्यमंत्री पर कोई फैसला नहीं ले पाई। आज ये साबित हो गया है कि भाजपा के पास दिल्ली की सरकार चलाने के लिए कोई चेहरा नहीं है। उन्होंने कहा, पीएम मोदी को 48 विधायकों में से किसी पर भी भरोसा नहीं है। उन्हें पता है कि इन 48 विधायकों में से कोई भी सरकार चलाने की योग्यता नहीं रखता।
आतिशी ने आगे कहा, पीएम मोदी को पता है कि इन 48 विधायकों का एक ही काम है दिल्ली की जनता को लूटना। यही वजह है कि 10 दिन बीत जाने के बाद भी वह मुख्यमंत्री के लिए किसी का चयन नहीं कर पाए। वह किसी एक पर भी भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
बता दें, भाजपा पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करके 26 साल से ज़्यादा समय के बाद दिल्ली की सत्ता में आई है। भाजपा ने शानदार जीत के साथ दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के 10 साल के शासन को खत्म कर दिया। भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर जीत हासिल की।
मुख्यमंत्री और मंत्री पद के लिए कई नवनिर्वाचित विधायकों के नाम चर्चा में हैं। शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माने जाने वालों में प्रवेश वर्मा, भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय शामिल हैं। पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय सहित अन्य भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
पार्टी में कई नेताओं का मानना है कि राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की तरह भाजपा नेतृत्व नवनिर्वाचित विधायकों में से किसी एक पर दांव लगा सकता है।
भाषा से इनपुट