फरीदाबाद के आर्यन मिश्रा हत्याकांड में 600 पेज का आरोपपत्र दाखिल, पिता समेत 40 लोग बनाए गए गवाह
फरीदाबाद में बीते अगस्त माह में पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र 20 वर्षीय आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी गई थी। अब इस मामले में अपराध जांच शाखा सेक्टर-30 ने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
फरीदाबाद में बीते अगस्त माह में पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र 20 वर्षीय आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी गई थी। अब इस मामले में अपराध जांच शाखा सेक्टर-30 ने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की जांच एसीपी क्राइम अमन यादव की निगरानी में की गई थी।
अब अदालत में इस मामले की सुनवाई शुरू हो सकेगी। 26 नवंबर को पुलिस ने यह आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया था। इस हत्याकांड में 40 गवाह बनाए गए हैं। करीब 600 पेज का आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया गया है। इस आरोप पत्र में मुख्य गवाह मृतक छात्र के पिता एनआईटी-पांच निवासी सियानंद मिश्रा हैं।
एनआईटी थाना पुलिस ने उनकी शिकायत पर ही बीते 24 अगस्त को हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में मृतक के भाई अजय को भी गवाह बनाया गया है। सरकारी गवाह भी बनाए गए हैं। वारदात के वक्त कार में आर्यन के साथ वाली कार में मौजूद हर्षित गुलाटी, कीर्ति शर्मा और सागर गुलाटी को सरकारी गवाह बनाया गया है। वहीं बाकी गवाहों में टोल कर्मियों से लेकर पुलिसकर्मी शामिल हैं।
पशु तस्कर समझकर गोली मारी थी
आरोपियों ने मृतक छात्र वाली गाड़ी में पशु तस्कर होने की सूचना पर फरीदाबाद से दिल्ली-आगरा हाईवे पर पलवल के गदपुरी टोल प्लाजा तक पीछाकर गोली मार दी थी। 24 अगस्त को छात्र की मौत हो गई थी। पुलिस आरोपियों की कार के नंबर से उनके घरों तक पहुंच गई थी। इस मामले में पुलिस ने अनिल कौशिक, कृष्ण, वरुण, सौरभ और आदेश को गिरफ्तार किया गया था। मुख्य आरोपी वारदात के वक्त लिव फॉर नेशन नामक संस्था चलाता था। वह गोरक्षक संस्था से भी जुड़ा हुआ था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके पास सूचना थी कि आर्यन वाली गाड़ी में पशु तस्कर हैं। इस वजह से उन्होंने गोली चला दी थी। जिससे आर्यन मिश्रा की मौत हो गई थी।