17 महीने बाद अपने परिवार के पास लौटा हूं, पदयात्रा में लोगों से बोले सिसोदिया; दुकान में खाई आइसक्रीम
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार से पदयात्रा की शुरुआत की। सिसोदिया ने कहा कि आज 17 महीने के बाद अपने परिवार के बीच आया हूं। उनके आने की खबर के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर खड़े थे। घरों की छतों पर भी लोग मौजूद थे।
जेल से 17 महीने के बाद जमानत पर बाहर आए दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार से पदयात्रा की शुरुआत की। सिसोदिया ने कहा कि आज 17 महीने के बाद अपने परिवार के बीच आया हूं। बड़ी संख्या में लोग पहुंचे सिसोदिया ने शाम करीब सात बजे कालकाजी डीडीए फ्लैट्स के पास से यात्रा शुरू की। उनके आने की खबर के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर खड़े थे। घरों की छतों पर भी लोग मौजूद थे। बच्चे भी अपने अभिभावकों के साथ सड़कों पर खड़े हुए थे।
रुक-रुककर सबसे मिले
सिसोदिया सड़क पर खड़े लोग, रिक्शा से जा रहे लोगों से रुक-रुककर मिले। दुकानों पर जाकर भी लोगों से मुलाकात करके उनका हालचाल जाना। एक महिला उनके पास रोते हुए पहुंची। उसने कहा कि अब आप बाहर आए हैं तो जल्द ही केजरीवाल भी बाहर आएंगे। कुछ लोग वेलकम बैक सिसोदिया के पोस्टर के साथ उनका स्वागत कर रहे थे। पदयात्रा के दौरान लोगों में जमकर उत्साह देखने को मिल रहा था। सिसोदिया भी लोगों से खूब बात करते रहे।
दुकानदारों से बात की, आइसक्रीम खाई
मनीष सिसोदिया पदयात्रा के दौरान दुकानों पर जा जाकर लोगों से मिल रहे थे। उसी दौरान वे एक आइसक्रीम की दुकान के पास पहुंचे। वहां एक बुजुर्ग ने उन्हें गले लगाते हुए कहा कि आज वनवास खत्म हुआ। उसके बाद वह एक आइसक्रीम पार्लर के अंदर घुसे। वहां दुकान पर मौजूद महिला ने उन्हें आइसक्रीम खाने के लिए दिया। मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज समेत अन्य आप कार्यकर्ता वहां रुककर आइसक्रीम खाकर आगे बढ़े। इस दौरान काफी संख्या में लोग उनके साथ थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दिल्ली सरकार मनीष सिसोदिया ने कहा, 'पदयात्रा के दौरान आज एक बहन ने मुझे राखी बांधी। यह मेरे लिए बहुत ही भावुक पल था। मैं 17 महीनों तक इन लोगों से दूर रहा लेकिन, इनके प्यार में जरा भी कमी नहीं आई। आप के प्यार और दुआओं के लिए धन्यवाद। जनता कह रही है कि वह सरकार के कामों से बेहद खुश है।'