दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी, रांची से अल-कायदा का वॉन्टेड संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलकायदा (AQIS) के एक वॉन्टेड संदिग्ध आतंकी को झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस सूत्र ने बताया कि पकड़े गए इस आतंकी का नाम शाहबाज अंसारी है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने झारखंड के रांची से अल-कायदा (AQIS) के एक वॉन्टेड संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए इस आतंकी का नाम शाहबाज अंसारी है। उसके कई साथी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं और वह तब से ही फरार चल रहा था। उसकी लोकेशन रांची में ट्रेस हुई थी, जिसके बाद स्पेशल सेल ने एटीएस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों की ओर से बताया गया है कि स्पेशल सेल ने झारखंड और राजस्थान से अल-कायदा से जुड़े पहले ही 11 आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शाहबाज अंसारी भी भिवाड़ी में अल-कायदा के आतंकियों के साथ ट्रेनिंग लेने आया था। स्पेशल सेल उसे रांची कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दिल्ली आएगी।
बेंगलुरु से दबोचे गए नंदू गैंग के 2 शार्प शूटर
इससे पहले, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरवार को कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग के दो शार्प शूटरों को तिहरे हत्याकांड के सिलसिले में कर्नाटक के बैंगलोर से गिरफ्तार किया था। पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि बुधवार देर रात को बेंगलुरु से साहिल उर्फ पोली और विजय गहलोत नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि आरोपियों को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में विभिन्न स्थानों पर 5,000 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद गिरफ्तार किया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों संदिग्ध दिल्ली के तिलक नगर और काकरोला में दिनदहाड़े हत्याओं और हरियाणा के पंचकूला में एक हाई-प्रोफाइल तिहरे हत्याकांड सहित कई अपराधों में शामिल होने के लिए वॉन्टेड थे।"
अधिकारी ने आगे कहा कि एक टीम ने इन भगोड़े अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी और उन्हें पकड़ने से पहले हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और कर्नाटक में कई छापे मारे। संदिग्धों के पास से तीन मोबाइल फोन और 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सामानों का विश्लेषण आगे के सबूतों और उनके आपराधिक नेटवर्क से जुड़े कनेक्शन के लिए किया जा रहा है।
साहिल को पहली बार 2018 में नजफगढ़ में डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि हिरासत में रहने के दौरान, वह नंदू गिरोह के एक प्रमुख सदस्य सचिन छिकारा के संपर्क में आया था। उन्होंने कहा कि जेल से रिहा होने के बाद साहिल ने गिरोह के निर्देशों के तहत और भी अपराध किए, जिसमें नजफगढ़ में रोशन उर्फ छोटा की हत्या भी शामिल है। अधिकारी ने कहा कि नंदू गिरोह का करीबी सहयोगी गहलोत इसके सबसे भरोसेमंद गुर्गों में से एक बन गया।