रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब्दुल को किया गया था ब्रेनवॉश, मंदिर पर हमले की क्या थी तैयारी
फरीदाबाद के पाली से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को राम मंदिर पर हमले का टारगेट दिया गया था। अयोध्या के ही रहने वाले 19 साल के अब्दुल रहमान को इस हमले के लिए पूरी तरह तैयार कर दिया गया था।

फरीदाबाद के पाली से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को राम मंदिर पर हमले का टारगेट दिया गया था। अयोध्या के ही रहने वाले 19 साल के अब्दुल रहमान को इस हमले के लिए पूरी तरह तैयार कर दिया गया था। ब्रेनवॉस, महीनों ट्रेनिंग और अब दो ग्रेनेड देकर उसे नापाक मंसूबे को अंजाम देने के लिए भेजा जा रहा था। अयोध्या के लिए निकलने से पहले ही गुजरात एटीएस ने उसे दबोच लिया।
पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरोपी को आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए उसका ब्रेनवॉश किया गया था। अयोध्या के मिल्कीपुर में दुकान चलाने वाला अब्दुल रहमान राम मंदिर की लंबे समय से रेकी कर रहा था। गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े अब्दुल ने खुलासा किया कि राम मंदिर को उड़ाने की साजिश आतंकी संगठनों ने रची थी।
आईएस के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस मॉड्यूल से जुड़ा अब्दुल रहमान नाम बदलकर बड़ी साजिश रच रहा था। उसने वीडियो कॉल पर ट्रेनिंग ली थी। वह दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में भी काफी समय बिताया था। एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि इस दौरान वह किस-किसके संपर्क में रहा।
मोबाइल में कई धार्मिक स्थलों के फोटो और वीडियो मिले
निशाने पर राम मंदिर के अलावा भी अन्य कई धार्मिक स्थल भी थे। अब्दुल रहमान के मोबाइल में कई अन्य धार्मिक स्थलों की फोटो और वीडियो मिले हैं। जिसे लेकर उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
राम मंदिर और आसपास के फुटेज खंगाल रहीं एजेंसियां
सूत्रों ने बताया है कि सुरक्षा एजेंसियां राम मंदिर और आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगालेगी। पता किया जा रहा है कि राम मंदिर की रेकी के अलावा वह जहां-जहां गया उसके साथ कौन-कौन मौजूद था। अब्दुल रहमान के फरीदाबाद पहुंचने का राज सीसीटीवी कैमरा खोलेगा। जांच में जुटी गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ की टीम अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अलावा पाली में मौका स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।