पहलगाम में डांस करते वायरल वीडियो में नरवाल दंपति नहीं, एक जोड़े ने किया दावा, कहा- हम जिंदा हैं
सोशल मीडिया पर एक भ्रामक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी ने मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से कुछ घंटे पहले इसे शूट किया था। इस वीडियो को लेकर एक जोड़े ने स्पष्ट किया है कि यह वीडियो उनका है। इसका दुरुपयोग किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर एक भ्रामक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी ने मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से कुछ घंटे पहले इसे शूट किया था। इस वीडियो को लेकर एक जोड़े ने स्पष्ट किया है कि यह वीडियो उनका है। इस जोड़े ने कहा है कि यह वीडियो नरवाल परिवार का नहीं है। उनके वीडियो का दुरुपयोग किया जा रहा है।
19 सेकंड की इस क्लिप में एक युवा जोड़ा पहलगाम की बैसरन घाटी में नाचता हुआ दिखाई दे रहा है। इसे इस कैप्शन के साथ शेयर किया गया कि यह लेफ्टिनेंट नरवाल और उनकी पत्नी का पहलगाम यात्रा के दौरान का आखिरी वीडियो था। वीडियो के वायरल होने के बाद ट्रैवल कंटेंट क्रिएटर आशीष सहरावत और उनकी पत्नी यशिका शर्मा ने खुद को क्लिप में मौजूद कपल बताया। HT.com से बात करते हुए भारतीय रेलवे में काम करने वाले सहरावत ने पुष्टि की कि वीडियो 14 अप्रैल को कश्मीर में उनकी छुट्टियों के दौरान रिकॉर्ड किया गया था। सहरावत ने HT.com के साथ एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें वीडियो का मेटाडेटा दिखाया गया था। इससे पता चला कि इसे 14 अप्रैल को रिकॉर्ड किया गया था।
इस जोड़े ने मंगलवार को हमले वाले दिन ही अपने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था। सेहरावत ने कहा कि जिस जगह पर हमला हुआ था, उसी जगह से वीडियो पोस्ट करने पर हमें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके बाद हमने इसे हटा लिया। लेकिन, तब तक किसी ने इसे गलत दावे के साथ प्रसारित करना शुरू कर दिया कि इसमें विनय नरवाल और उनकी पत्नी दिख रहे हैं। इसके जवाब में दंपति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने पुष्टि की कि वे सुरक्षित हैं और वायरल दावे की निंदा करते हैं।
फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में काम करने वाली यशिका शर्मा ने कहा, "हम जीवित हैं। हमें नहीं पता कि हमारा वीडियो इस तरह कैसे फैलाया जा रहा है। यह दुखद है कि इसे एक दुखद घटना से गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है। लेफ्टिनेंट नरवाल के परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं। कृपया हमारे वीडियो का दुरुपयोग करने वाले किसी भी पोस्ट की रिपोर्ट करें।"
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए तो भयावह था ही, लेकिन कल्पना कीजिए कि उस परिवार के लिए यह कितना दर्दनाक रहा होगा, जिसने अपने किसी प्रियजन को खो दिया हो और अब उसे एक अजनबी का वीडियो अपनी अंतिम याद के रूप में प्रसारित होता हुआ देखना पड़ा।
लेफ्टिनेंट नरवाल 16 अप्रैल को अपनी शादी के रिसेप्शन के बाद पहलगाम गए थे। वे अपना हनीमून मनाने के लिए छुट्टी पर थे। वे स्विट्जरलैंड में हनीमून मनाने का सपना देख रहे थे, लेकिन वीजा में देरी के कारण उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ी। उन्होंने पहलगाम जाने का फैसला किया। वहां वे आतंकियों की गोली का शिकार बन गए।