गाजियाबाद में 2 घंटे चले पुलिस के ऑपरेशन में 456 लोग गिरफ्तार, क्या है इसका कारण
गाजियाबाद पुलिस ने खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ चलाए गए अभियान में 456 लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन जोन की पुलिस द्वारा महज 2 घंटे की इस कार्रवाई में सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर गाड़ियों में शराब पीते हुए इन लोगों को धर दबोचा गया।
गाजियाबाद पुलिस ने खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ चलाए गए अभियान में 456 लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों जोन की पुलिस ने मंगलवार शाम सात बजे से रात नौ बजे तक चले महज 2 घंटे के इस अभियान में पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर गाड़ियों में शराब पीते हुए इन लोगों को धर दबोचा। इस दौरान कोई पुलिस के सामने रोया तो कोई गिड़गिड़ाया। कुछ लोगों ने रौब झाड़ने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली।
गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने मंगलवार शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक शराब ठेकों के पास, सार्वजनिक स्थानों और सड़क किनारे गाड़ियों में शराब पीने वालों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया। डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि 456 लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीते पकड़ा गया।
नगर कोतवाली पुलिस ने नवयुग मार्केट स्थित शराब ठेके के पास खुले में शराब पीते हुए पटेल नगर निवासी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर वह गिड़गिड़ाने लगा। उसने कहा कि हाल ही में उसका रिश्ता तय हुआ है। उसने अपनी होने वाली पत्नी को बता रखा है कि वह शराब को हाथ तक नहीं लगाता। आरोपी ने रिश्ता टूटने का हवाला देते हुए पुलिस से छोड़ने की गुहार लगाई।
पापा को फोन मत कीजिए, घर में प्रवेश बंद हो जाएगा : क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस ने शाहबेरी रोड पर सड़क किनारे खुले में शराब पीते हुए बीटेक के छात्र को पकड़ा। पुलिस उसे थाने ले गई और सूचना देने के लिए पिता का फोन नंबर मांगा। इस पर छात्र ने कहा कि उसके घर में कोई शराब नहीं पीता। पापा को पता चला कि वह शराब पीते पकड़ा गया है तो घर में उसकी एंट्री बंद हो जाएगी।
वहीं, कविनगर पुलिस ने कार्टे चौक पर शराब ठेके के पास एक किशोर को खुले में शराब पीते हुए पकड़ा। पुलिस उसे पकड़कर ले जाने लगी तो वह रोने लगा। उसने पुलिस से कहा कि वह अस्पताल में भर्ती दोस्त को देखने के बहाने से घर से आया है। घरवालों को पता लग गया तो मुसीबत खड़ी हो जाएगी।
रौब झाड़ने वाले भी मिन्नतें करने लगे
पुलिस के इस अभियान के दौरान कुछ ऐसे लोग भी पकड़े गए, जिन्होंने अपने रसूख और जान-पहचान का हवाला देकर पुलिस पर रौब भी झाड़ा, लेकिन पुलिस की गाड़ी में बैठते ही वह भी छोड़ देने की मिन्नतें करतें दिखे।
अजय कुमार मिश्र, गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने कहा, ''सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले लोगों की वजह से आम लोग असहज महसूस करते हैं। इसलिए खुले में शराब पीने वालों की धरपकड़ का अभियान शुरू किया गया है।''