2 दिनों में साढ़े 3 हजार लोग बनेंगे फ्लैट के मालिक, YEIDA इन तारीखों पर लगाएगा रजिस्ट्री कैंप
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि प्राधिकरण और जिला प्रशासन की ओर से तीन प्रोजेक्ट पर शिविर लगाकर खरीदारों की रजिस्ट्री कराई जाएगी। ये खरीदार 10 से 14 वर्ष से इन परियोजनाओं में फंसे हुए थे।
यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र की तीन बिल्डर परियोजनाओं में फंसे 3608 खरीदारों को फ्लैट पर मालिकाना हक मिलेगा। प्राधिकरण और प्रशासन के अफसर सोसाइटी परिसर में ही कैंप लगाकर नौ और 11 अक्टूबर को इन फ्लैट की रजिस्ट्री कराएंगे।
प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-17ए स्थित सुपरटेक अपकंट्री को वर्ष 2010 में 100 एकड़ भूमि आवंटित हुईथी। परियोजना का कुछ हिस्सा अधूरा है, जबकि कुछ में फ्लैट बने हुए हैं। इस प्रोजेक्ट में करीब 608 खरीदार हैं। इन खरीदारों को इसी नवरात्र में फ्लैट का मालिकाना हक मिलेगा। प्राधिकरण और प्रशासन 9 अक्टूबर को सोसाइटी परिसर में ही कैंप लगाकर रजिस्ट्री कराएगा।
सेक्टर-22डी एटीएस रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड के 1800 खरीदारों की रजिस्ट्री भी होगी। अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के तहत बिल्डर ने बीते माह प्राधिकरण का 25 प्रतिशत बकाया चुका दिया। बिल्डर को भी 100 एकड़ भूमि आवंटित की गई थी। सेक्टर-22ए ओरिस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के 1200 खरीदारों की भी रजिस्ट्री कराई जाएगी। बिल्डर को 2011 में भूमि का आवंटन हुआ था। इन दोनों प्रोजेक्ट में 11 अक्तूबर को कैंप लगाया जाएगा।
कई वर्षों से फंसे हैं खरीदार
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा, ''यमुना विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन की ओर से तीन प्रोजेक्ट पर शिविर लगाकर खरीदारों की रजिस्ट्री कराई जाएगी। ये खरीदार 10 से 14 वर्ष से इन परियोजनाओं में फंसे थे, जिन्हें इस नवरात्र अपने घर पर मालिकाना हक दिलाया जाएगा।''
भूखंड योजना के आवेदकों को झटका
वहीं दूसरी ओर, यमुना प्राधिकरण ने 361 आवासीय भूखंड योजना में आवेदन करने वाले 14,658 आवेदकों को झटका दिया है। भूखंड आवंटन का एकमुश्त भुगतान के बजाय किस्तों में भुगतान करने का चयन करने वाले इन आवेदकों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। अब 10 अक्टूबर को एक्सपो मार्ट में एकमुश्त भुगतान करने वाले 1.87 लाख आवेदकों को ही ड्रॉ में शामिल किया जाएगा। दरअसल, प्राधिकरण ने जुलाई में सेक्टर-16, 17, 18 और 22डी में 361 भूखंडों पर योजना शुरू की थी। योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रफल के भूखंडों के लिए 2,02,235 आवेदकों ने आवेदन किया था। प्राधिकरण ने योजना की अंतिम सूची जारी कर दी है। सूची में ड्रा में सिर्फ 1.87 लाख आवेदकों को ही शामिल किया गया हैं, जबकि साढ़े 14 हजार आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है।