डोनाल्ड ट्रंप के आते ही क्यों घबराए 7 लाख से ज्यादा भारतीय, इन देशों के लोगों भी बड़ी टेंशन
- रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में सात लाख से ज्यादा भारतीय ऐसे हैं जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं हैं। वहीं अमेरिका में सबसे ज्यादा मेक्सिको और साल्वाडोर के लोग अवैध रूप से रहते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेते ही अमेरिका में बिना वैध कागजात के रहने वाले लोगों में डर समा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में ऐसे करीब 7 लाख 25 हजार भारतीय लोग हैं जिनपर डिपोर्टेशन का खतरा मंडरा रहा है। शपथ लेने के तुरंत बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध इमिग्रेशन को लेकर बड़े ऐलान कर दिए। उन्होंने कहा कि दक्षिणी सीमा पर आपातकाल लगाया जाएगा। इसके अलावा मेक्सिको से भी घुसपैठ को बंद करने के लिए सेना लगा दी जाएगी। वहीं जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं उनका डिपोर्टेशन शूरू होगा।
जानकारी के लिए बहुत सारे लोग बचने के लिए अटॉर्नी और चर्चों की शरण ले रहे हैं। 2024 की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका में अवैध रूप से रहने वालों में भारतीय तीसरे नंबर पर हैं। पहले नंबर पर मेक्सिकन और दूसरे नंबर पर साल्वाडोरन हैं। पिछले साल अमेरिका ने 1500 भारतीयों को डीपोर्ट कर दिया था।
बीते साल अमेरिका के इमिग्रेशन ऐंड कस्टम एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने कुल 192 देशों के 2 लाख 70 हजार लोगों को डीपोर्ट कर दिया था। यह 2014 के बाद से सबसे ज्यादा संख्या में किया गया डिपोर्टेशन था। वहीं 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अवैध इमिग्रेशन से निपटने के लिए वह कड़े कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका के लोगों को अवैध घुसपैठियों से बचाना है।
अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले लोग जो बाइेडन, बराक ओबामा और जॉर्ज बुश के कार्यकाल के नियमों का फायदा उठाते हैं। अमेरिका के फ्लोरिडा, टेक्सस, न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में लगभग 4 लाख लोग अवैध रूप से रहते हैं। अब अमेरिका के प्रशासन ने जो बाइडेन की वन एंट्री प्रोग्राम को भी बंद कर दिया है। बताया जाता है कि ऐप बेस्ड अपॉइनमेंट के जरिए हर साल हजारों लोग अमेरिका में प्रवेश करते थे। पहले के सारे अपॉइनमेंट भी कैंसल कर दिए गए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेने के बाद कहा कि अब सभी के लिए अवैध घुसपैठ बंद होगी। हमपर कोई हमला नहीं कर पाएगा। कोई कब्जा नहीं कर पाएगा और हमारा देश एक बार फिर गर्व करेगा। रिपोर्ट्स में बताया गया कि अमेरिका में लगभग 1 से 1.4 करोड़ लोग बिना जरूरी कागजात के रह रहे हैं।
H-1B वीजा वालों को भी हो गई टेंशन
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद एच-1बी जैसे अस्थायी वीजा पर रहने वाले लोगों के लिए भी टेंशन हो गई है। इस कैटिगरी में बड़ी स संख्या में भारतीय हैं। 2023 में 2022 की तुलना में कम वीजा रीन्यू किए गए थे। अब हाल यह है कि बहुत सारे लोग अपने परिवार से मिलने के लिए कुछ दिनों के लिए भी अमेरिका जाने को तरस रहे हैं।