गेट के बाहर क्यों थे मल्लिकार्जुन खरगे? वीडियो पर खूब मचा था बवाल, अब कांग्रेस ने बताई वजह
- अब कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बीजेपी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि खरगे वास्तव में कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कुछ समय तक दरवाजा बंद होने के कारण वह इंतजार कर रहे थे।
वायनाड में प्रियंका गांधी वाड्रा की हालिया नामांकन फाइलिंग के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हुए कथित व्यवहार को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पार्टी दोयम दर्जे का व्यवहार करती है। अब कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बीजेपी के आरोपों का खंडन किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, केसी वेणुगोपाल ने कहा कि खरगे वास्तव में कार्यक्रम में मौजूद थे। वेणुगोपाल ने यह भी स्पष्ट किया कि राहुल और सोनिया गांधी भी कुछ समय तक दरवाजे बंद होने के कारण बाहर इंतजार करते रहे। वेणुगोपाल ने कहा कि खरगे पूरी घटनाक्रम के दौरान वहां मौजूद रहे।
भाजपा के आरोपों पर उन्होंने कहा, ‘‘यह सरासर झूठ है। आप नामांकन की तस्वीरों में देख सकते हैं कि सोनिया गांधी जी पीछे बैठी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आगे की सीट पर बैठे हैं। वे (बीजेपी) कैसे झूठ बोल सकते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को माफी मांगनी चाहिए।’’ वेणुगोपाल ने कहा कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि नामांकन दाखिल करने के समय प्रियंका गांधी निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय जल्दी पहुंच गईं और बाकी लोग थोड़ी देर से आए। उनका कहना था कि भाजपा ने झूठे आरोप लगाकार कांग्रेस अध्यक्ष का अपमान किया है।
इस विवाद में पूर्व कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी अपनी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसे मामलों को सार्वजनिक रूप से देखा है और खरगे को कर्नाटक का एक बड़ा नेता बताया। बोम्मई ने राजनीतिक मतभेदों के बावजूद बीजेपी के खरगे के प्रति सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा, "हम उनका सम्मान करते हैं। भले ही वह कांग्रेस में हैं, वह हमारे नेता हैं।"
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने कांग्रेस के व्यवहार को भयानक करार दिया और एक वरिष्ठ दलित नेता की अवहेलना करार दिया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर 'अछूत' प्रथाओं का आरोप लगाते हुए कहा, "कांग्रेस के अंदर, दलितों का अपमान किया जाता है। पार्टी के अंदर दलितों को तीसरे दर्जे के नागरिकों की तरह देखा जाता है।"
यह घटना बुधवार को प्रियंका गांधी की नामांकन फाइलिंग के दौरान जिला कलेक्टर कार्यालय में हुई, जिसके बाद राहुल गांधी के साथ एक रोड शो आयोजित किया गया। वायनाड सीट के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होगा, जो राहुल गांधी द्वारा रायबरेली लोकसभा सीट को काबिज रखने के बाद खाली हुई है।