कौन हैं अनिल बिश्नोई, जिनके नाम पर लॉरेंस बिश्नोई को दिखाया जा रहा आईना; ध्रुव राठी ने किया जिक्र
- हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले अनिल बिश्नोई का नाम पहले भी कई बार चर्चा में रहा है। इसकी वजह यह है कि उन्होंने अपना जीवन काले हिरणों की रक्षा के लिए समर्पित किया है। बीते लगभग 35 सालों में उन्हें 10 हजार से ज्यादा हिरणों की रक्षा करने का श्रेय दिया जाता है। गुरुवार को वह ट्रेंड होने लगे।
लॉरेंस बिश्नोई के नाम से सलमान खान को धमकी मिलने और काले हिरण के शिकार को लेकर माफी मांगने की मांग इन दिनों चर्चा में हैं। इसके साथ ही गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भी चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसका कहना है कि वह बिश्नोई समाज की तरफ से यह मांग कर रहा है। उसका कहना है कि सलमान खान ने काले हिरण को मारकर उनकी आस्था का अपमान किया है और वे बदला लेंगे। ऐसे में गुरुवार को अचानक जब अनिल बिश्नोई का नाम सोशल मीडिया पर तैरने लगा तो लोगों में कौतूहल हुआ कि आखिर वे कौन हैं। नाम चर्चा में आने की वजह यह थी कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ध्रुव राठी ने उनका जिक्र किया और उन्हें काले हिरणों का वास्तविक रक्षक करार दिया।
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले अनिल बिश्नोई का नाम पहले भी कई बार चर्चा में रहा है। इसकी वजह यह है कि उन्होंने अपना जीवन काले हिरणों की रक्षा के लिए समर्पित किया है। बीते लगभग 35 सालों में उन्हें 10 हजार से ज्यादा हिरणों की रक्षा करने का श्रेय दिया जाता है। वह करीब 50 पंचायतों में अपना प्रभाव रखते हैं और अकसर लोगों को जागरूक करते हैं कि वे काले हिरणों को बचाएं। उन्होंने काले हिरणों की रक्षा के लिए अभियान चलाया है और अब तक करीब 200 मुकदमे दर्ज कराए हैं। इनमें से 24 केस तो अपनी अंतिम परिणति तक पहुंचे हैं और दोषियों को सजा भी सुनाई गई है।
यही नहीं काले हिरणों की प्यास बुझाई जा सके, इसके लिए उन्होंने 60 गांवों में जलाशयों का भी निर्माण कराया है या पुनरुद्धार किया है। अनिल बिश्नोई की ओर से हिरणों को बचाने की शुरुआत कॉलेज लाइफ से हुई थी। हुआ यूं था कि वह सूरतगढ़ कॉलेज में पढ़ते थे। इसी दौरान उन्होंने एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था, जो हिरणों और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर थी। इस कॉन्फ्रेंस का उन पर ऐसा असर हुआ कि उन्होंने अपना जीवन इसके लिए ही समर्पित करने का फैसला लिया। अनिल बिश्नोई कहते हैं कि इसका मुझ पर असर हुआ और मैंने विचार किया कि जीवन ऐसे लक्ष्य को समर्पित किया जाए, जो समाज और जीवों की रक्षा के लिए हो।
अनिल बिश्नोई ने यह प्रयास शुरू किया तो बहुत लोग उनके साथ नहीं थे। लेकिन अब 3000 लोग वॉलंटियर के तौर पर उनके साथ हैं और कुल 12 जिलों में अभियान चल रहा है। अनिल बिश्नोई का यह अभियान उसी राजस्थान में है, जिसके एक जिले जोधपुर में काले हिरण के शिकार को लेकर सलमान खान घिरे थे।