सरकार बनने में बस एक दिन का वक्त, शिंदे और पवार ने भी नहीं छोड़ी उम्मीद; कैसे CM बनेंगे फडणवीस
- महाराष्ट्र में अगर 26 नवंबर तक नई विधानसभा का गठन नहीं होता है तो एकनाथ शिंदे को केयरटेकर मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी जाएगी। वहीं आज महायुति की बैठक में नए सीएम का चुनाव होने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र में महायुति की जबरदस्त जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर गहमागहमी चल रही है। गठबंधन के घटक दलों के नेता भी अपने-अपने नेता का नाम आगे कर रहे हैं। वहीं बीजेपी का कहना है कि तीनों दलों के साथ बैठक के बाद ही सीएम का नाम तय किया जाएगा। विधानसभा सचिवालय के पूर्व सेक्रेटरी अनंत कलसे ने कहा कि 26 नवंबर तक नई सरकार का गठन हो जाना चाहिए। ऐसे में एक दिन का ही वक्त महायुति के पास रह गया है। आज तीनों दलों के विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव हो सकता है।
इस चुनाव में बीजेपी ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। 288 की विधानसभा में अकेले बीजेपी ने ही 132 सीटों पर बाजी मार ली। ऐसे में घटक दल मुख्यमंत्री पद को लेकर तो मौन हैं लेकिन उनके विधायक यही मांग कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री उनकी ही पार्टी का हो। बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस का नाम आगे कर रहे हैं तो शिवसेना नेताओं का कहना है कि चुनाव एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री रहते हुए लड़ा गया था इसलिए उन्हें ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
एक सीनियर बीजेपी नेता ने कहा, हम चाहते हैं कि बिना किसी बाधा के मुख्यमंत्री का चुनाव हो जाए। महाराष्ट्र में बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, मुख्यमंत्री पद पर फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। बिना घटक दलों की सलाह के कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। वहीं शिवसेना ने भी अपनी उम्मीदें कम नहीं की हैं। चुनाव परिणाम के दौरन भी एकनाथ शिंदे ने कहा था कि ज्यादा सीटों का मतलब मुख्यमंत्री नहीं होता। उन्होंने साफ कर दिया था कि जरूरी नहीं है कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनें। दूसरी तरफ एनसीपी की पार्टी मीटिंग में भी अजित पवार को नेता चुन लिया गया है। हालांकि एनसीपी नेताओं ने यह भी कहा है कि अगर फडणवीस सीएम बनते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
एनसीपी के सीनियर नेता छगन भुजबल ने कहा कि अगर बीजेपी फडणवीस को सीएम बनाती है तो वह समर्थन करेंगे। उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। वहीं अनंत कलसे ने कहा, महायुति सरकार बनाने और मुख्यमंत्री चुनने में अगर देर करती है तो राज्यपाल तब तक एकनाथ शिंदे को ही केयरटेकर सीएम बना सकते हैं। देवेंद्र फडणवीस को आरएसएस का भी समर्थन भी मिला हुआ है।
आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, आम तौर पर आरएसएस राजनीतिक मामलों में दखल नहीं देकी। लेकिन जनता ने इतना जरूर कहा है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री ऐसा होना चाहिए जिसमें अच्छी प्रशासनिक क्षमता हो। आरएसएस का भी मानना है कि देवेंद्र फडणवीस सीएण रह चुके हैं और उनके पास अच्छा अनुभव है। ऐसे में बीजेपी का सीएम हो तो अच्छा रहेगा। बता दें कि फडणवीस भी आरएसएस को बीजेपी का वैचारिक आदर्श बता चुके हैं। इस चुनाव में भी आऱएसएस ने बीजेपी के लिए पूरा जोर लगा दिया था।