पहले थप्पड़ फिर मारी लात, कान से खींचकर ब्लैकबोर्ड तक घसीटा; 9 साल के बच्चे पर टीचर्स की बेरहमी
- गोवा के एक प्राइमरी स्कूल में दो टीचर्स ने एक 9 साल के बच्चे को बेरहमी ले पीटा। पीटे जाने के बाद बच्चे के हाथ, जांघ, पैर और पीठ पर गहरी चोटें आईं।
गोवा के सरकारी मान्यता प्राप्त श्री सरस्वती विद्या मंदिर प्राइमरी स्कूल में 9 साल के मासूम बच्चे के साथ हुई बर्बरता ने सबको हैरान कर दिया है। बच्चे को बेरहमी से पीटने के लिए पुलिस ने दो टीचर्स सुजल गावडे और कनिषा गडेकर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर इल्जाम है कि उन्होंने बच्चे को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसे गंभीर चोटें आईं। ये वाकिया 2 अगस्त का है जब बच्चे ने अपनी किताब के पन्ने फाड़ दी दिए। इसके लिए उसे स्टील के स्केल से मारा गया। इससे उसके हाथ, जांघ, पैर और पीठ पर गहरी चोटें आईं। इस दर्दनाक घटना का पता तब चला जब शाम को बच्चे के पिता ने अपने बेटे की हालत देखी। बच्चे के पिता रिक्शा चलाने का काम करते हैं, अगले दिन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
थप्पड़, मारीं लातें और कान से खींचकर ब्लैकबोर्ड पर घसीटा
शिकायत में ये भी बताया गया कि टीचर्स ने सिर्फ बच्चे को स्केल ही नहीं पीटा, बल्कि बच्चे को थप्पड़ मारा, उसके पेट पर लातें मारीं और कान से पकड़कर उसके चेहरे को ब्लैकबोर्ड पर घसीटा। यह वाकई सोचने वाली बात है कि एक स्कूल जहां बच्चों को तालीम दी जानी चाहिए थी, वहां ऐसा जुल्म किया गया। स्कूल मैनेजमेंट ने घटना के बाद दोनों टीचर्स को सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस ने कई कानूनों के तहत दर्ज किया केस
पुलिस ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए टीचर्स पर गोवा चिल्ड्रेन एक्ट की धारा 8, जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 82 और भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया है। डिप्टी एसपी के मुताबिक, "दोनों टीचर्स को अरेस्ट कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।"
मुख्यमंत्री ने किया कार्रवाई का वादा
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि "एजुकेशन डिपार्टमेंट और पुलिस डिपार्टमेंट दोनों इस मामले में सख्त कदम उठाएंगे।" उल्लेखनीय है कि प्रमोद सावंत के पास सूबे के शिक्षा मंत्रालय का भी प्रभार है।