कोलकाता कांड पर विरोध करते डॉक्टरों पर TMC सांसद के बिगड़े बोल- बॉयफ्रेंड के साथ घूमो…
- कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। इस बीच TMC सांसद अरूप चक्रवर्ती ने एक विवादित बयान दिया है। सांसद ने एक रैली में डॉक्टरों को चेतावनी दी है कि देश भर में अगर जनता का गुस्सा उनपर फूटा तो वह डॉक्टरों को नहीं बचाएंगे।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद अरूप चक्रवर्ती ने एक विवादित बयान दिया है। सांसद ने एक रैली में डॉक्टरों को चेतावनी दी है कि देश भर में अगर जनता का गुस्सा उनपर फूटा तो वह डॉक्टरों को नहीं बचाएंगे। अरूप चक्रवर्ती ने रविवार को पश्चिम बंगाल के बांकुरा में एक रैली के दौरान यह बयान दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस ने अरूप चक्रवर्ती के हवाले से बताया, “आंदोलन के नाम पर आप घर जा सकते हैं या अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूम सकते हैं। अगर आपकी हड़ताल की वजह से कोई मरीज मर जाता है और जनता का गुस्सा फूटता है तो हम आपको नहीं बचाएंगे।” आगे पूछे जाने पर अरूप चक्रवर्ती ने आगे कहा, “डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के नाम पर अगर वे बाहर जाते हैं और लोगों को इलाज नहीं मिलता है, तो स्वाभाविक रूप से उनका गुस्सा उन पर ही पड़ेगा। हम उन्हें बचा नहीं सकते।'' इससे पहले कल्याण बनर्जी और बंगाल उदयन गुहा जैसे अन्य टीएमसी नेता भी ममता बनर्जी के समर्थन में सामने आए हैं और उनकी सरकार को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को नतीजे भुगतने की धमकी दी है।
आईएमए ने की थी हड़ताल की घोषणा
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। 14 अगस्त को विरोध प्रदर्शन तेज होने पर भीड़ ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों पर हमला भी किया। इसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने घोषणा की कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर देश भर के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे।
डॉक्टरों को काम पर लौटने के लिए मिल रही है धमकियां
हड़ताल के नौवें दिन देश में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रही है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जूनियर डॉक्टर नेटवर्क के राष्ट्रीय परिषद सदस्य डॉ. ध्रुव चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा, "कुछ अस्पताल प्रशासन डॉक्टरों को काम पर लौटने के लिए धमकी दे रहे हैं जबकि वे अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर अधिकारियों ने डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी यही प्रयास किए होते तो वे हड़ताल नहीं करते।