बुर्के में वोट डालने को आने वाली महिलाओं की हो गहन जांच; भाजपा की इस मांग पर भड़क गए ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि चुनाव आयोग के स्पष्ट नियम हैं कि बिना सत्यापन के किसी को भी वोट देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने BJP पर मुस्लिम महिलाओं के द्वारा विशेष मांग के जरिए परेशान करने का आरोप लगाया।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने भगवा पार्टी पर मतदान प्रक्रिया के दौरान बाधाएं पैदा करने का भी आरोप लगाया है। उनका यह बयान दिल्ली बीजेपी के द्वारा चुनाव आयोग से कई गई उस मांग के बाद सामने आया है, जिसमें बुर्का पहनकर वोट देने के लिए पोलिंग सेंटर पर आने वाली महिलाओं के वेरिफिकेशन की बात कही गई है।
ओवैसी ने कहा, “भाजपा की दिल्ली इकाई ने चुनाव आयोग से कहा है कि बुर्का पहनने वाली महिलाओं की विशेष जांच होनी चाहिए। तेलंगाना में हाल के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके उम्मीदवार ने सार्वजनिक रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान और उत्पीड़न किया। हर चुनाव में भाजपा मुस्लिम महिलाओं को परेशान करने और निशाना बनाने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढती है।”
इससे पहले दिल्ली बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात की थी, जिसमें 25 मई को मतदान के दौरान 'बुर्का' या फेस मास्क पहनने वाली महिला मतदाताओं के गहन सत्यापन का आग्रह किया गया था। महिलाओं अधिकारियों के द्वारा जांच का आह्वान किया गया था।
ओवैसी ने कहा कि चुनाव आयोग के स्पष्ट नियम हैं कि बिना सत्यापन के किसी को भी वोट देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने भाजपा पर मुस्लिम महिलाओं के द्वारा विशेष मांग के जरिए परेशान करने का आरोप लगाया। ओवैसी ने कहा, "चुनाव आयोग के पास उन महिलाओं के लिए स्पष्ट नियम और कानून हैं जो पर्दा रखती हैं, चाहे वे बुर्का या घूंघट या मुखौटा में हों। किसी को भी सत्यापन के बिना वोट देने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, भाजपा को ऐसी विशेष मांग क्यों करनी पड़ी? बस मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने के लिए, उन्हें परेशान करने और मतदान में बाधाएं पैदा करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।”
आपको बता दें कि इससे पहले ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहीं माधवी लता के खिलाफ एक कथित वीडियो सामने आने के बाद मामला दर्ज किया गया था। वीडियों में वह एक मतदान केंद्र पर मुस्लिम महिलाओं के मतदाता पहचान पत्र की जांच करती दिख रही हैं।