चुनाव नतीजों के 2 दिन बाद राज्यपाल से मिले बीजेपी के विश्वजीत राणे, गोवा सीएम को लेकर अटकलें तेज
मुख्यमंत्री पद के दावेदार भाजपा के विश्वजीत राणे ने शनिवार शाम गोवा के राज्यपाल से मुलाकात की। हालांकि इसे एक "व्यक्तिगत बैठक" बताया जा रहा है लेकिन पिछले दिनों गोवा के 'नए...
मुख्यमंत्री पद के दावेदार भाजपा के विश्वजीत राणे ने शनिवार शाम गोवा के राज्यपाल से मुलाकात की। हालांकि इसे एक "व्यक्तिगत बैठक" बताया जा रहा है लेकिन पिछले दिनों गोवा के 'नए मुख्यमंत्री' को लेकल कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
गुरुवार को यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा सीएम प्रमोद सावंत, मुख्यमंत्री बने रहेंगे? इस पर राणे ने इसे एक "संवेदनशील प्रश्न" बताया और कहा कि उन्हें "पता नहीं" है।
सावंत ने कांग्रेस उम्मीदवार धर्मेश सगलानी को 650 से अधिक मतों के अंतर से हराकर सांकेलिम निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखा।
राणे की राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वे गोवा के अगले सीएम दावेदार हो सकते हैं। हालांकि इसको लेकर पार्टी की तरफ से किसी तरह की कोई अपडेट नहीं है। राज्य में नई सरकार का शपथ ग्रहण होना अभी बाकी है, ऐसे में उनकी इस मुलाकात से राजनीतिक अटकलें तेज हो गयी हैं। हालांकि, बाद में राणे ने कहा कि यह उनकी निजी मुलाकात थी।
सूत्रों के मुताबिक, गोवा विधानसभा चुनाव में कुल 40 में 20 सीटें भाजपा के जीतने के बाद विश्वजीत राणे खुद को गोवा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायक और तीन निर्दलीय पहले ही भाजपा को अपना समर्थन दे चुके हैं। भाजपा लगातार तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
राणे ने राज्यपाल से मुलाकात ऐसे समय की है, जब राज्यपाल ने राज्य विधानसभा को भंग कर दिया है, जिसका कार्यकाल 15 मार्च को समाप्त हो रहा है। दिन में, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिससे नयी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
तमाम अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए, राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राणे ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्यपाल से उनकी मुलाकात निजी थी। राणे ने कहा कि वह राज्यपाल को अपने वालपोई निर्वाचन क्षेत्र में आमंत्रित करना चाहते हैं और चुनावी जीत के बाद उनका आशीर्वाद लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हर चीज राजनीति नहीं है। ’