खेतों पर आफत बनकर बरसे बादल, मार्च की बारिश में महाराष्ट्र और एमपी में फसलें तबाह
Rainfall: मध्यप्रदेश में अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। तेज हवा व ओलावृष्टि से भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा आदि जिले में गेहूं की फसल चौपट हो गई है।

देशभर में मार्च के महीने में हो रही बारिश से फसलों को नुकसान हो रहा है। उत्तर महाराष्ट्र के नासिक और धुले जिले सहित अन्य हिस्सों में मंगलवार को ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान हुआ। दूसरी ओर मध्य प्रदेश में अचानक हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद कर दिया। किसान होली के बाद गेहूं की फसल काटने वाले थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के नुकसान का सर्वे कराने का आदेश दिया है। वहीं राजस्थान में कई हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हुई और कुछ इलाकों में ओलावृष्टि दर्ज की गई। ओडिशा के कई हिस्सों में 9-10 मार्च तक भारी बारिश होने की संभावना है।
महाराष्ट्र
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार मुंबई के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश के कारण पारे में गिरावट दर्ज की गई। दादर, मलाड, गोरेगांव और अंधेरी सहित कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर महाराष्ट्र के नासिक और धुले जिले सहित अन्य हिस्सों में बारिश का गंभीर प्रभाव रहा।
नासिक मंडल के एक अधिकारी ने कहा कि गेहूं, प्याज और आम की फसलें प्रभावित हुई हैं। कटाई के लिए तैयार प्याज की फसलें गीली हो गई हैं। नासिक में 1,800 हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई गेहूं और प्याज की फसलों के प्रभावित होने की आशंका है।
मध्य प्रदेश
मध्यप्रदेश में अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। तेज हवा व ओलावृष्टि से भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा आदि जिले में गेहूं की फसल चौपट हो गई है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी कई फसलों को नुकसान हुआ, जिसमें मंदसौर, रतलाम, नीमच, अलीराजपुर और आगर मालवा शामिल हैं।
किसानों ने कहा कि सोमवार रात तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि के कारण चना, दाल और गेहूं सहित फसलें खराब हो गई हैं। किसानों को लगभग 90 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।
ओडिशा
ओडिशा में 10 मार्च तक गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के कारण ओडिशा में आने वाले दिनों में हल्की बारिश हो सकती है। दास ने कहा कि सात से 10 मार्च के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई आंतरिक और तटीय जिलों में बारिश हो सकती है। आंतरिक ओडिशा में सात से आठ मार्च तक तटीय ओडिशा में नौ से 10 मार्च के बीच बारिश की संभावना है।
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