भारत जोड़ो यात्रा में दिखी वीर सावरकर की फोटो, बाद में कांग्रेसियों ने ऊपर से चिपकाई गांधी जी की तस्वीर
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में जारी किए गए स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर में वीर सावरकर की फोटो भी अंकित है। जिस पर भाजपा ने कांग्रेस के मजे ले लिए तो अब कांग्रेस पार्टी ने इसकी वजह बताई है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 14वें दिन में प्रवेश कर गई है। राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी नेता और कार्यकर्ता केरल की धरती में पहुंच चुके हैं। इस बीच पार्टी की ओर से ऐसी चूक सामने आ रही है, जिसकी हाईकमान को उम्मीद नहीं थी। दरअसल, कांग्रेस की इस यात्रा में जारी किए गए स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर में वीर सावरकर की फोटो भी अंकित है। कांग्रेस पार्टी उन्हें स्वतंत्रता सेनानी में जोड़कर नहीं देखती। इस पर कांग्रेस पार्टी ने सफाई भी दी है। इसी से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक कार्यकर्ता केरल के कोच्चि में वीर सावरकर की फोटो को महात्मा गांधी की फोटो से छिपाते हुए नजर आ रहा है।
केरल के निर्दलीय विधायक पीवी अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के तहत चेंगमनाद में रखे गए स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर में सावरकर की तस्वीर भी है। कार्यकर्ताओं ने बाद में इसे महात्मा गांधी की एक तस्वीर के साथ कवर किया।
फेसबुक पोस्ट में विधायक अनवर लिखते हैं, “जब यह बताया गया कि अलुवा में भारत जोड़ो यात्रा के पोस्टर पर वीडी सावरकर की तस्वीर थी, तो मुस्लिम लीग का कथन था कि पोस्टर कर्नाटक का है, जहां भाजपा ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पोस्टर लगाया था। लेकिन पोस्टर केरल का है कर्नाटक का नहीं। कांग्रेस ने महात्मा गांधी की छवि के साथ सावरकर की छवि को कवर करके अपनी गलती को सुधारा।”
भाजपा बोली- कभी नहीं से देर भली
उधर, इस मामले में भाजपा भी कूद गई है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया है। लिखा- कभी नहीं से देर भली। “वीर सावरकर की तस्वीरें एर्नाकुलम (हवाई अड्डे के पास) में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को सुशोभित करती हैं। हालांकि देर से ही सही।"
वहीं, शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, “राहुल जी, आप इतिहास को कितना भी आजमा लें और सच सामने आएगा कि सावरकर वीर थे! जो छुपाते हैं वे "कायर" हैं।"
कांग्रेस बोली- प्रिंटिंग मिस्टेक
जल्द ही इस मामले का कांग्रेस पार्टी ने संज्ञान लिया और स्पष्टीकरण जारी करते हुए इसे प्रिंटिंग मिस्टेक करार दिया। पार्टी की तरफ से बयान आया कि कम समय में स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरों वाला एक पोस्टर लगाना था। उन्होंने ऑनलाइन बिना क्रॉस चेकिंग के जो उपलब्ध हुआ, उसी से पोस्टर जारी कर दिया।