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आ गई खुशखबरी, 250 किमी. प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी 'वंदे भारत बुलेट ट्रेन', जानिए क्या है रेलवे की प्लानिंग

भारतीय रेलवे ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को चालू वित्त वर्ष के भीतर दो मानक-गेज बुलेट ट्रेनों का घरेलू उत्पादन करने का काम सौंपा है। यह ट्रेन वंदे भारत के प्लेटफॉर्म पर बनाई जाएंगी।

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 7 June 2024 05:29 PM
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देश की सबसे लोकप्रिय वंदे भारत ट्रेन के ऐलान के बाद लोग बुलेट ट्रेन की सौगात का इंतजार कर रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को चालू वित्त वर्ष के भीतर दो मानक-गेज बुलेट ट्रेनों का घरेलू उत्पादन करने का काम सौंपा है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, यह निर्णय तब लिया गया जब जापान के साथ बुलेट ट्रेन की डील में बाधाएं आने लगीं। इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीएफ में 250 किलोमीटर की स्पीड से चलने वाली ट्रेन का निर्माण करेगा। खास बात यह कि इस बुलेट ट्रेन को वंदे भारत के प्लेटफॉर्म पर तैयार किया जाएगा।

इन ट्रेनों को 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत वाले मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर चलाने का इरादा है। संभावना है कि इन ट्रेनों का निर्माण वंदे भारत प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जाएगा। वंदे भारत का मौजूदा प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से आईसीएफ को ट्रेन सेट की डिलीवरी में लगने वाले समय कम हो जाएगा। हालांकि, रिपोर्ट की मानें तो विशेषज्ञों का कहना है कि इस वित्तीय वर्ष के भीतर उनके के लिए इन ट्रेनों की आपूर्ति करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।

इस घटनाक्रम से परिचित एक वरिष्ठ अधिकारी इकोनॉमिक्स टाइम्स ने बताया, "आईसीएफ, चेन्नई को आठ कारों वाली दो मानक-गेज ट्रेनसेट बनाने का काम सौंपा गया है, जिनमें से प्रत्येक में स्टील कार बॉडी है और इनकी रनिंग स्पीड 220 किमी प्रति घंटा और अधिकतम 250 किमी प्रति घंटा है।" अधिकारी ने बताया कि ट्रेनों के लिए ऑर्डर इस सप्ताह की शुरुआत में दिया गया था। आईसीएफ को मिले से इस प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए अधिकारियों ने बताया कि जापानी रोलिंग स्टॉक आपूर्तिकर्ताओं- हिताची और कावासाकी के एक संघ के साथ चर्चा लंबे समय से चल रही है, लेकिन इसमें बहुत कम प्रगति हुई है। यही वजह है कि आईसीएफ को यह जिम्मा दिया जाएगा।

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