रामदास अठावले ने शिंदे गुट का किया सपोर्ट, ठाकरे खेमे की ओर से 'उगते सूरज' चुनाव चिह्न की मांग पर आपत्ति
इसी साल जून में शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत, दो गुट खुद को असली शिवसेना बताते हुए पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न के उपयोग की अनुमति मांग रहे हैं। मामला चुनाव आयोग के पास है।
शिवसेना के दो धड़ों के बीच चुनाव चिह्न को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने रविवार को एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट का समर्थन किया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि चुनाव आयोग को 'धनुष और तीर' का चुनाव चिह्न एकनाथ शिंदे गुट को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग को मेरिट के आधार पर फैसला करना चाहिए।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रामदास अठावले ने कहा, अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के लिे उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिह्न को फ्रीज कर दिया है। मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना का 'धनुष और तीर' का चुनाव चिह्न जरूर मिलना चाहिए। आयोग को बाद में मेरिट के आधार पर फैसला करना है। एकनाथ शिंदे को शिवसेना का चुनाव चिन्ह जरूर मिलेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने शिवसेना के चुनाव चिह्न को फ्रीज करने के लिए उद्धव ठाकरे की राजनीतिक महत्वाकांझा को जिम्मेदार ठहराया है।
चुनाव चिह्न फ्रीज होने के लिए ठाकरे को बताया जिम्मेदार
रामदास अठावले ने कहा, 'शिवसेना के चुनाव चिह्न को फ्रीज करने के लिए उद्धव ठाकरे जी जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने बीजेपी को धोखा देखर एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकरा बनाई थी और मुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में उन्होंने अपनी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया था। अब उन्हें पार्टी के मूल चुनाव चिह्न के उपयोग पर बैन का सामना करना पड़ा रहा है।'
'उगते सूरज' की मांग पर आपत्ति
अठावले ने आगामी उपचुनावों में शिवसेना के पार्टी चुनाव चिह्न में 'उगते सूरज' की मांग पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि 'उगता सूरज' पहले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) का चुनाव चिह्न था, इसलिए इसे ठाकरे समूह को आवंटित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि त्रिशूल और मशाल ठीक है लेकिन उगता सूरज चुनाव चिह्न उद्धव गुट को नहीं दिया जाना चाहिए। हम इस मामले में चुनाव आयोग को पत्र लिखने जा रहे हैं।