भोलेनाथ की कृपा है, सपना सच हो गया; अमरनाथ यात्रा में शामिल हुए दो अमेरिकी नागरिक
एएनआई द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में अमेरिकी नागरिकों ने कहा, “हम हमेशा मंदिर में आने का सपना देखते थे। हमने इस यात्रा पर यूट्यूब वीडियो देखे और कई वर्षों तक यात्रा की योजना बनाई।
अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर जा रहे हजारों तीर्थयात्रियों के साथ, दो अमेरिकी नागरिकों को भी मंगलवार को तीर्थयात्रा करते हुए देखा गया। ये दोनों अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि पवित्र गुफा मंदिर का दौरा करना उनके लिए एक "सपने के सच होने" जैसा है और वे कई वर्षों से इस अवसर का इंतजार कर रहे थे।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में अमेरिकी नागरिकों ने कहा, “हम हमेशा मंदिर में आने का सपना देखते थे। हमने इस यात्रा पर यूट्यूब वीडियो देखे और कई वर्षों तक यात्रा की योजना बनाई। अब, सब कुछ ठीक हो गया है, और हम यहां हैं।” यह यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई है। हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3,888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62-दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी। जम्मू आधार शिविर से 30 जून तक सात जत्थों में कुल 43,833 तीर्थयात्री गुफा मंदिर के लिए रवाना हो चुके हैं।
भोलेनाथ की कृपा से...
जब एक अमेरिकी तीर्थयात्री से पूछा गया कि उन्हें इस स्थान पर आकर कैसा लगा? तो उन्होंने कहा, "यहां आकर हमारी फीलिंग को बयां करना असंभव है। भोलेनाथ की कृपा से, सब कुछ ठीक हुआ और हम यहां हैं। हम यहां अमरनाथ के दर्शन के लिए आने के लिए कृतज्ञता से भरे हुए हैं।'' उन्होंने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने चीजों को बहुत अच्छे से मैनेज किया है और मंदिर के पास आयोजित कार्यक्रम बहुत प्रभावशाली हैं।
उनमें से एक व्यक्ति ने कहा, “यह स्थान, ये पहाड़, और निश्चित रूप से, वह पवित्र गुफा एक विशेष प्रकार की शांति प्रदान करती है। हम कामना करते हैं कि यह शांति सभी के लिए बनी रहे।'' जब उनसे अमरनाथ यात्रा में शामिल होने की प्रेरणा के बारे में पूछा गया, तो उनमें से एक विदेशी नागरिक ने कहा, “रामकृष्ण परमहंस के भक्त, स्वामी विवेकानंद, अमरनाथ आए थे, और उन्हें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुभव हुआ था। मैं इस कहानी को 40 वर्षों से जानता हूं। उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानन्द को भगवान शिव के दर्शन हुए थे और उन्होंने इसे "बहुत महत्वपूर्ण" बताया।
जम्मू से अमरनाथ यात्रा तीन दिन बाद बहाल
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के बंद होने के कारण स्थगित की गयी अमरनाथ यात्रा तीन दिन बाद मंगलवार अपराह्न स्थानीय आधार शिविर से फिर से शुरू कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रामबन खंड पर मरम्मत कार्य को लेकर राजमार्ग बंद कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण राजमार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे मरम्मत के बाद खोल दिया गया है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों के एक नये जत्थे को अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की यात्रा के लिए कश्मीर की ओर जाने की अनुमति दे दी गई है।
तीर्थयात्री प्रतिदिन अमूमन तड़के 3.45 से 4.30 बजे के बीच जम्मू से रवाना होते हैं। यात्रा स्थगित होने के कारण करीब 15 हजार श्रद्धालु जम्मू और अन्य स्थानों पर फंसे हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि काजीगुंड में फंसे लोगों को भी जम्मू की ओर जाने की अनुमति दी गई। यात्रा स्थगित होने के कारण लगभग आठ हजार तीर्थयात्री जम्मू, खासकर भगवतीनगर आधार शिविर में ही फंसे थे। इसी तरह, रामबन जिले के चंद्रकोट आधार शिविर में लगभग छह हजार तथा कठुआ और सांबा के शिविरों में लगभग दो हजार तीर्थयात्री फंसे हुए थे।