Hindi Newsदेश न्यूज़There will be a ban on fake news on social media

सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों पर लगाम लगाने की तैयारी

पश्चिम बंगाल सरकार सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों और पोस्ट की समस्या से निपटने के लिए नए कानून पर काम कर रही है। देश के कई हिस्सों में ऐसी पोस्ट से हो रही परेशानियों और अशांति के चलते सरकार ने यह कदम...

कोलकाता, एजेंसी Sat, 16 June 2018 10:08 AM
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पश्चिम बंगाल सरकार सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों और पोस्ट की समस्या से निपटने के लिए नए कानून पर काम कर रही है। देश के कई हिस्सों में ऐसी पोस्ट से हो रही परेशानियों और अशांति के चलते सरकार ने यह कदम उठाया है। 

गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि समाज में शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने या घृणा पैदा करने के उद्देश्य से फर्जी खबरें फैलाने वालों पर नकेल कसे। साथ ही तस्वीरों को छेड़छाड़ कर उन्हें पोस्ट करने के जिम्मेदार लोगों के अपराध और सजा की प्रकृति पर अधिक स्पष्टता लाई जाए। राज्य में पिछले कुछ वर्षों में फर्जी खबरें फैलने की कई रिपोर्टों के बाद नया कानून तैयार किया जा रहा है। शिलॉन्ग, झारखंड में गोड्डा और असम के कार्बी आंगलोंग जिले में हाल में हुई घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। 

अधिकारी ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर फर्जी खबरों और तस्वीरों को तोड़-मरोड़ कर पोस्ट करने के बड़े असर हो सकते हैं। इससे निपटने के लिए सख्त कानून की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जनता के बीच डर या चिंता पैदा करने या अपराध करने की मंशा से ऐसे पोस्ट डालने वाले लोगों के खिलाफ धारा 505 (1)(बी) के तहत मामला दर्ज किया जाता है। नया कानून बनाने की प्रक्रिया में सरकार पश्चिम बंगाल पुलिस की सहायता भी ले रही है। 

फर्जी खबरों का डाटा बैंक बन रहा
राज्य सरकार नया कानून बनाते हुए अपराधियों के रिकॉर्ड रखने के अलावा पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल और देश के अन्य हिस्सों में सोशल मीडिया पर फैली फर्जी खबरों पर एक डेटा बैंक तैयार कर रही है। पुलिस ने कई पेड ट्विटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट की पहचान की है जिनका ऐसे पोस्टों के लिए अलग-अलग तरीके से लगातार इस्तेमाल किया जा रहा है। गृह विभाग के अधिकारी ने कहा कि इसकी भी पहचान की गई है कि फर्जी ट्विटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट चलाने वालों और फर्जी खबरें, तस्वीरें और लेख साझा करने वाले लोगों का कैसे विभिन्न माध्यमों से वित्त पोषण किया जाता है। 

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