ट्रेन हादसे के पीड़ितों की मदद करना चाहता है महाठग सुकेश चंद्रशेखर, बोला- 10 करोड़ ले लो, एकदम असली इनकम है
इससे पहले ठग ने 25 मार्च को अपने जन्मदिन के अवसर पर विचाराधीन कैदियों के कल्याण के लिए 5 करोड़ रुपये का योगदान देने की पेशकश करते हुए डीजी कारागार को एक पत्र लिखा था।
कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर एक बार फिर से चर्चा में है। 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की मंडोली जेल में बंद कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर ने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के लिए 10 करोड़ रुपये दान देने की पेशकश की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखे पत्र में, सुकेश चंद्रशेखर ने दान करने की अनुमति मांगी है। उसने पत्र में कहा कि यह पैसा उसका "कानूनी रूप से वैध और टैक्स चुकाई हुई इनकम" है।
सुकेश ने लिखा, "यह दान मेरे व्यक्तिगत फंड से दिया जाएगा। यह पैसा मेरी वैध कमाई का है जिस पर टैक्स दिया गया है। इसलिए 10 करोड़ रुपये के डिमांड ड्राफ्ट के साथ इस पैसे पर फाइल किए गए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) का दस्तावेज भी दे दूंगा।" बालासोर ट्रेन हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 290 हो गया है।
उसने अपने पत्र में कहा, "सरकार पहले ही प्रभावितों की जरूरी मदद कर रही है। बतौर एक जिम्मेदार नागरिक मैं भी अपने फंड से 10 करोड़ रुपये का दान देना चाहता हूं ताकि खासकर उन परिवारों, बच्चों, भविष्य के हमारे उन युवाओं की पढ़ाई का खर्च उठाया जा सके जिन्होंने अपने प्रियजनों /पालने वालों को खो दिया है।" महाठग ने कहा कि उसके द्वारा दिए गए पैसों से बच्चों की पढ़ाई ही सुनिश्चित की जाए।
उसने कहा कि साउथ इंडिया के सभी पांच राज्यों में उसकी कई संस्थाएं काम कर रही है जो जरूरतमदों को सहायता देती हैं। चिट्ठी में लिखा, "मेरे श्रद्धा फाउंडेशन, चंद्रशेखर कैंसर फाउंडेशन, एलएस एजुकेशन स्वास्थ्य, शिक्षा और मुख्य रूप से जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराते हैं ताकि किसी को भूखा नहीं सोना पड़े।" उसने रेल मंत्री से दान की रकम स्वीकार करने की अपील की।
बता दें कि ये पहली मौका नहीं है जब सुकेश दान देने को लेकर चर्चा में आया है। इससे पहले ठग ने 25 मार्च को अपने जन्मदिन के अवसर पर विचाराधीन कैदियों के कल्याण के लिए 5 करोड़ रुपये का योगदान देने की पेशकश करते हुए डीजी कारागार को एक पत्र लिखा था। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में 22 मार्च को डीजी जेल को लिखे उनके पत्र का हवाला दिया गया है। पत्र के माध्यम से, सुकेश अधिकारी से जेल के कैदियों के कल्याण के लिए 5,11,00,000 रुपये दान करने की अनुमति मांगी थी। यह दान उन कैदियों के लिए था जो "अपनी जमानत बांड के लिए भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं।"