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मुकदमा चले और सजा मिले; पुलिस बोली- बृजभूषण के खिलाफ छेड़खानी और पीछा करने का बनता है मामला

पुलिस का कहना है कि बृजभूषण के खिलाफ जो 6 मामले दर्ज हैं, उनमें से एक ऐसा था, जिसमें वह लगातार छेड़खानी कर रहे थे। बृजभूषण के खिलाफ आपराधिक साजिश की धारा 506, महिला से छेड़खानी की धारा 354 लगी है।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 11 July 2023 08:36 AM
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महिला पहलवानों से यौन शोषण के मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर मुकदमा चले और उन्हें सजा मिलनी चाहिए। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में यह बात कही है। पुलिस का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पीछा करने और छेड़खानी का मामला बनता है। पुलिस का कहना है कि बृजभूषण के खिलाफ जो 6 मामले दर्ज हैं, उनमें से एक ऐसा था, जिसमें वह लगातार छेड़खानी कर रहे थे। पुलिस ने एफआईआर में बृजभूषण के खिलाफ आपराधिक साजिश की धारा 506, महिला से छेड़खानी की धारा 354 और यौन उत्पीड़न की धारा 354 (A) के तहत केस दर्ज किया है। 

कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ जो 6 मामले दर्ज हैं, उनमें से दो में धारा 354, 354A और 354D के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं बाकी 4 केसों में सेक्शन 354 और 354A लगाए गए हैं। यदि इन मामलों में बृजभूषण शरण सिंह को दोषी पाया जाता है तो उन्हें 5 साल तक की सजा मिल सकती है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने कुल 108 गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद यह चार्जशीट दाखिल की है। इनमें से 15 रेफरी, पहलवान और कोच हैं, जिन्होंने भाजपा सांसद के खिलाफ लगाए गए आरोपों का समर्थन किया है। 

18 जुलाई को अदालत में होगी बृजभूषण की पेशी

इस बीच 18 जुलाई को इस मामले में बड़ा घटनाक्रम हो सकता है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह को समन जारी किया है। वह खुद अदालत में पेश होंगे। शुरुआत में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कुल 7 महिला पहलवानों ने शिकायत दी थी। लेकिन बाद में एक नाबालिग पहलवान ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी। इसके चलते भाजपा सांसद को बड़ी राहत मिली है, वरना उनके खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट के तहत भी कार्रवाई हो सकती थी। बता दें कि सांसद के खिलाफ विनेश फोगाट, साक्षी मलिका और बजरंग पूनिया जैसे पहलवानों ने एक महीने से ज्यादा समय तक जंतर-मंतर पर धरना दिया था। 

15 जून तक चार्जशीट का दिया गया था भरोसा

पहलवानों ने 23 अप्रैल को अपने आंदोलन की शुरुआत की थी, जो 28 मई तक चला था। हालांकि बाद में सरकार के दखल के बाद यह समाप्त हो गया। इस आंदोलन को समाप्त कराने में होम मिनिस्टर अमित शाह की भी अहम भूमिका थी। उन्होंने पहलवानों को अपने घर पर बुलाकर बात की थी और उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया था। इसके अलावा अनुराग ठाकुर ने भी भरोसा दिलाया था कि इस मामले में 15 जून तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।

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