उम्मीद थी लोकसभा चुनाव के नतीजों से सबक लेगी बीजेपी- सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को सुनाई खरी खोटी
कांग्रेस संसदीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर अलग अलग मुद्दों पर जमकर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने कहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी लोकसभा चुनाव के नतीजों से सबक लेगी।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को केंद्रीय बजट, मणिपुर हिंसा, जाति जनगणना और जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों सहित अलग अलग मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरे में लिया है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार भ्रम में है और लोकसभा चुनाव में अपने खराब प्रदर्शन के बाद भी उससे सबक नहीं लिया। इस मौके पर सोनिया गांधी ने वायनाड में हुए भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
सोनिया गांधी ने देश में बढ़ते रेल हादसों पर कहा कि यह कुप्रबंधन का नतीजा है और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय बजट 2024 पर सोनिया गांधी ने सरकार पर किसानों और युवाओं की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। सोनिया ने कहा, "किसानों और युवाओं की मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। बजट की उपलब्धियों पर प्रधानमंत्री ने बड़ी बड़ी बाते की, लेकिन फिर भी निराशा ही हुई है।"
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार, और खासकर सरकार के बड़े नेता भ्रम में है। देश भर में करोड़ों परिवार बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त हैं।"
जाति जनगणना पर भी सोनिया ने दिया जवाब
सोनिया गांधी ने जनगणना ना कराने के लिए सरकार की आलोचना की है जो 2021 में ही होनी थी। उन्होंने कहा कि इससे जनसंख्या, खासकर अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों का के बारे में पता नहीं चल पाएगा और इससे 12 करोड़ लोग 2013 के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के फायदों से वंचित रह जायेंगे।
'पीएम मोदी फैलाते हैं दुश्मनी'
सोनिया गांधी ने सरकार पर लोगों को बांटने और दुश्मनी फैलाने का आरोप लगाया। सोनिया ने कहा, "हमें उम्मीद थी कि मोदी सरकार लोकसभा चुनावों में अपने खराब प्रदर्शन से सही सबक लेगी। लेकिन ये अब भी लोगों को बांटने और दुश्मनी का माहौल फैलाने का ही काम करते हैं। सोनिया गांधी ने कहा, “देखें कि कैसे सरकारी पद पर काम करने वाले लोगों को आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने की इजाजत देने के लिए अचानक नियम बदल दिए गए हैं। यह खुद को एक सांस्कृतिक संगठन कहता है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि यह भाजपा का राजनीतिक और वैचारिक नींव है।"
कश्मीर में मोदी सरकार के दावों पर सोनिया ने सवाल उठाया
सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की है और क्षेत्र में सामान्य स्थिति के सरकार के दावों पर सवाल उठाया। उन्होंने हिंसा से जूझ रहे मणिपुर का दौरा न करने के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की। सोनिया गांधी ने कहा, "राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में बेहद परेशान करने वाली खबर है। पिछले कुछ हफ्तों में अकेले जम्मू क्षेत्र में कम से कम ग्यारह आतंकी हमले हुए हैं। घाटी में भी इसी तरह के हमले हुए हैं। सुरक्षाकर्मियों तथा बड़ी संख्या में नागरिकों की जान गई है। यह मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक होने के दावों की पोल खोलता है। मणिपुर में स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। प्रधानमंत्री दुनिया भर में यात्रा करते हैं, लेकिन राज्य में जाकर सामान्य स्थिति लाने की पहल करने से लगातार इनकार करते हैं।"
पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया खास संदेश
सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनावों में बने माहौल को बनाए रखने और आगामी राज्य चुनावों में एकजुट होकर काम करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रदर्शन से राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आ सकता है। सोनिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, "कुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। हमें लोकसभा चुनावों में हमारे लिए जो माहौल बना है, उसे बरकरार रखना होगा। हमें आत्मसंतुष्ट और अति-आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिएगा।"