एक और राज्य में मणिपुर जैसे हालात, आदिवासी की मौत के बाद हुई आगजनी; इंटरनेट भी हुआ बैन
त्रिपुरा के धलाई जिले में दो समूह के बीच हुई झड़प में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद कई दुकानों में आग लगा दी गई और घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में आदिवासी युवक की मौत के बाद स्थिति अशांत हैं। त्रिपुरा के धलाई जिले में दो समूह के बीच हुई झड़प में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद कई दुकानों में आग लगा दी गई और घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना के बाद अधिकारियों ने वहां एहतियातन इंटरनेट बंद कर दिया है। धलाई जिले के गंडतविसा में सात जुलाई को दो समूहों के बीच झड़प में 19 वर्षीय छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके बाद उसे जीबीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भी दो गुटों के बीच झड़प की वजह से वहां महीनों से अशांति छाई हुई है।
पुलिस ने बताया कि आदिवासी युवक की मौत के बाद शुक्रवार को आगजनी की घटनाएं सामने आईं, जिसके बाद वहां अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। पुलिस ने बताया कि छात्र की मौत के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, परमेश्वर रियांग अपने दोस्तों के साथ रथ यात्रा के अवसर पर आयोजित मेले में शामिल होने के लिए गंडतविसा बाजार गया था।
धलाई के पुलिस निरीक्षक अविनाश राय ने बताया, "गंडतविसा बाजार में अचानक दो समूहों के बीच झड़प हो गई, जिसमें रियांग गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पहले गंडतविसा अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उसकी हालत ज्यादा गंभीर होने पर जीबीपी अस्पताल से जाया गया, जहां शुक्रवार उसकी मौत हो गई।"
उन्होंने बताया, "अगरतला से लगभग 110 किलोमीटर दूर स्थित गंडतविसा में जब रियांग का शव लाया गया तो लोगों की भावनाएं भड़क उठीं और उन्होंने गुस्से में कुछ घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की। हमने हत्या के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गंडतविसा में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।"