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बोटी-बोटी काटा, लाश को उबाला और पीसा; जल्लाद मनोज और आफताब में तीन बातें कॉमन

दोनों मर्डर केस की कहानी जब सामने आई तब लोगों की रूह कांप गई। दोनों केस में मर्डर के बाद हत्यारे लाश को धीरे-धीरे ठिकाने लगाते रहे। आफताब के कमरे से श्रद्धा की लाश नहीं मिली थी।

Devesh Mishra लाइव हिंदुस्तान, मुंबईThu, 8 June 2023 04:10 PM
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मुंबई में 56 साल के हत्यारे मनोज साने ने अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती को बोटी-बोटी काट डाला। इस खौफनाक मर्डर केस की कहानी सुन लोग दहल गए हैं। जल्लाद मनोज ने सरस्वती की लाश को 20 से ज्यादा टुकड़ों में काटा। लाश के टुकड़ों को वह कुकर में उबाल कुत्तों को खिला देता था। कुछ टुकड़ों को उसने मिक्सर में पीस कर नाली में बहा दिया। इस खबर ने लोगों के बीच खलबली पैदा कर दी है। गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली में एक दरिंदे ने ठीक ऐसे ही अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या की थी। आफताब ने श्रद्धा वालकर को बोटी-बोटी काटा था। श्रद्धा मर्डर केस और सरस्वती मर्डर केस एक जैसे लगते हैं। दोनों हत्यारों में तीन बातें कॉमन हैं। आइए समझते हैं...

हत्या कर लाश को बोटी-बोटी काटना
हत्यारे आफताब और मनोज ने हत्या करने के बाद अपनी लिव-इन पार्टनर को कई टुकड़ों में काटा। एक्सपर्ट यह मानते हैं कि कोई भी हत्यारा ऐसा कदम तभी उठाता है जब उसके अंदर काफी गुस्सा और नफरत भरा हुआ हो। वहीं दोनो केस में कपल के बीच काफी विवाद हुआ करता था। बता दें कि जल्लाद आफताब ने श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था। वहीं मनोज भी सरस्वती को करीब 20 टुकड़ों में काटा। दोनों हत्यारे अपनी पार्टनर की जान लेने के बाद उन्हें टुकड़ों में इसलिए काटे ताकि आसानी से लाश को ठिकाने लगा सकें।

लाश को ठिकाने लगाने का तरीका
जल्लाद मनोज और आफताब इंसान के रूप में हैवान हैं। धारदार हथियार से श्रद्धा को कई टुकड़ों में काटने के बाद आफताब लाश को मिक्सर में पीस चुरा बना देता था। वह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाता था। मुंबई के हत्यारे मनोज ने भी कुछ ऐसा ही कदम उठाया। सरस्वती को काटने के बाद वह उसकी लाश को कुकर में उबालता था। उबालने के बाद वह आवारा कुत्तों को अपनी पार्टनर की लाश खिलाता था। लाश के कई टुकड़ों को मिक्सर में पीस उसने नाली में भी बहा दिया।

कहानी गढ़ना और गुमराह करना
दोनों मर्डर केस की कहानी जब सामने आई तब लोगों की रूह कांप गई। दोनों केस में मर्डर के बाद हत्यारे लाश को धीरे-धीरे ठिकाने लगाते रहे। आफताब के कमरे से श्रद्धा की लाश नहीं मिली थी। उसने लाश को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था। लेकिन जल्लाद मनोज अभी आधे लाश को ही ठिकाने लगा सका था। पुलिस ने बताया कि मनोज के कमरे में सरस्वती की कमर के नीचे का हिस्सा बरामद किया गया है। दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में गुमराह करने की कोशिश की। आफताब शुरुआत में बार-बार अपना बयान बदल दे रहा था। वहीं मनोज ने कहा कि सरस्वती ने सुसाइड की थी और इस डर से कि कहीं मैं फंस न जाऊं मैंने उसे मार डाला।

शुरुआती जांच में यह सामने आ रहा है कि मनोज ने एक हफ्ते के अंदर ही सरस्वती की हत्या की है। दरअसल, मनोज के पड़ोसियों को उसके फ्लैट से एक अजीब सी बदबू आ रही थी। वहीं बीते कुछ दिनों से मनोज कुत्तों को कुछ खिलाने लगा था। ऐसे में पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर इसकी जानकारी दी। जब पुलिस मनोज के कमरे में घुसी तब किचन में एक महिला की आधी लाश पड़ी थी। पुलिस को देखते ही मनोज भागने लगा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच चल रही है।

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