वो क्या समझेंगे दर्द...संविधान हत्या दिवस को लेकर केसी त्यागी का जयराम रमेश पर हमला
संविधान हत्या दिवस को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इस बीच जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के ऊपर निशाना साधा है।
संविधान हत्या दिवस को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। इस बीच जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के ऊपर निशाना साधा है। केसी त्यागी ने कहा कि जेडीयू केंद्रीय मंत्री अमित शाह के इस फैसले का स्वागत करती है। 25 जून 1975 का दिन भारत के इतिहास में एक काला दिन है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी बेहद खुश हैं कि इसे संविधान हत्या दिवस के तौर पर याद किया जा रहा है। जयराम रमेश पर निशाना साधते हुए केसी त्यागी ने कहा कि जब उनकी पार्टी जश्न मना रही थी, हम लोग जेलों में सड़ रहे थे। उन्हें हमारे दर्द के बारे में कोई अंदाजा नहीं है।
जेडीयू महासचिव ने यह भी कहा कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में दर्ज करना, लोकतंत्र के सम्मान का प्रतीक है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि यह उन लोगों के लिए बुरी खबर हो सकती है, अलोकतांत्रिक मानसिकता के हैं। गौरतलब है कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित करने पर कांग्रेस ने तगड़ा ऐतराज जताया था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आपातकाल को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का केंद्र सरकार का कदम सुर्खियां बटोरने की कवायद भर है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि चार जून, 2024 का दिन इतिहास में ‘मोदी मुक्ति दिवस’ के रूप में दर्ज होगा। इसके अलावा देश की जनता आठ नवंबर के दिन को ‘आजीविका हत्या दिवस’ के रूप में मनाएगी क्योंकि वर्ष 2016 में इसी दिन नोटबंदी की घोषणा की गई थी। रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि नॉन-बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री द्वारा पाखंड के जरिये सुर्खियां बटोरने की एक और कवायद की गई है। जबकि उन्होंने भारत के लोगों द्वारा चार जून, 2024 को उनकी व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार सुनिश्चित किए जाने से पहले 10 वर्षों तक अघोषित आपातकाल लगाया था।