क्या यह राजीव गांधी फाउंडेशन को मिले दान का अहसान है? चीन पर राहुल बनाम भाजपा
भाजपा बोली- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद 2020 में बीजिंग के एक सरकारी थिंक टैंक ने कहा था कि चीन थ्येनमेन चौक नरसंहार के बाद पहली बार चीन कूटनीतिक तौर पर इतना अकेला पड़ा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लद्दाख में पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला और कहा कि वह झूठ बोलते हैं कि चीन हमारी एक इंच जमीन नहीं कब्जा पाया। उन्होंने कहा कि मुझे लद्दाख के लोगों ने ही बताया कि यहां हमारी काफी जमीन चीन कब्जा चुका है। प्रधानमंत्री ने तो विपक्षी नेताओं के साथ मीटिंग में भी कहा था कि चीन ने कोई जमीन नहीं कब्जाई, लेकिन वह झूठ था। इस दौरान राहुल गांधी ने द्रास में जाकर करगिल शहीदों के स्मारक पर उन्हें नमन भी किया। उन्होंने कहा कि लद्दाख में भी यूपी-बिहार के लोग आकर काम कर रहे हैं।
उनसे बात हुई तो वे कहते हैं कि लद्दाख के लोगों का हमें प्यार मिलता है। उनकी जब जरूरत होती है तो वे साथ होते हैं और मदद करते हैं। उनका सीधा हमला मोदी सरकार पर चीन को लेकर ही था। वहीं उनका जवाब देते हुए भाजपा भी आक्रामक हो गई। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, 'चीन के साथ इनकी सरकार के कैसे रिश्ते रहे और हमारे कैसे हैं, यह हम स्पष्ट करना चाहते हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद 2020 में बीजिंग के एक सरकारी थिंक टैंक ने कहा था कि चीन थ्येनमेन चौक नरसंहार के बाद पहली बार चीन कूटनीतिक तौर पर इतना अकेला पड़ा है।'
त्रिवेदी ने कहा कि चीन के सरकारी थिंक टैंक का यह इकबालिया बयान है। इसे आप चेक कर सकते हैं। लेकिन यह समझ नहीं आता कि राहुल गांधी जी को बार-बार चीन की बातों पर इतना प्यार क्यों उमड़ आता है। यह राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिले दान का अहसान है या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ हुए करार का इकरार है कि बार-बार वह भारत सरकार से तकरार को तैयार हैं।' उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बार-बार कहते हैं कि मुझे लोगों ने बताया। यह बात खुद ही उजागर हो रही है कि वे लोग कौन हैं। चीन के राजदूत के साथ इन्होंने डोकलाम के वक्त जो खाना खाया था, वह इनकी ओर से नहीं बताया गया था। इसकी तस्वीर चीन की तरफ से ही जारी की गई थी।