Rajasthan local body election results live updates: राजस्थान निकाय चुनाव में भाजपा का डंका, कई जगह कांटे की टक्कर
Rajasthan Local Body Results Live Updates: राजस्थान के 49 नगर निकायों में 2,000 से अधिक पार्षदों पदों के लिए हुए मतदान का परिणाम मंगलवार को आने लगे हैं। श्रीगंगानगर में सभी 65 वार्डो के नतीजे आ गए...
Rajasthan Local Body Results Live Updates: राजस्थान के 49 नगर निकायों में 2,000 से अधिक पार्षदों पदों के लिए हुए मतदान का परिणाम मंगलवार को आने लगे हैं। श्रीगंगानगर में सभी 65 वार्डो के नतीजे आ गए हैं। इन नतीजों के अनुसार भाजपा को 24 और कांग्रेस को 19 वार्डों में जीत हासिल हुई है जबकि 22 में निर्दलीयों को कामयाबी मिली है। राजस्थान में नगर निकाय चुनावों में अजमेर की नसीराबाद नगरपालिका में एक वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी को एक भी मत नहीं मिला।
नसीराबाद नगरपालिका में भाजपा के 10 पार्षद, कांग्रस 8 और 2 निर्दलीय निर्वाचित हुए। वार्ड छह में कांग्रेस प्रत्याशी हरदेव सिंह को एक भी मत नहीं मिला। यहां कुल 16 मत डाले गये जो सभी भाजपा प्रत्याशी महेंद्र डाबी के पक्ष में गये। नसीराबाद नगरपालिका राज्य में सबसे कम मतदाता हैं। यहां कुल 20 वार्ड हैं जिनमें 1044 मतदाता हैं। इनमें 956 मतदाताओं ने मतदान किया।
अजमेर जिले की ब्यावर नगर परिषद में बीजेपी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। यहां 6० वार्डों में 29 पर भाजपा, 16 पर कांग्रेस और 15 पर निर्दलीयों ने बाजी मारी। पुष्कर नगरपालिका पर एक बार फिर भाजपा ने कब्ज़ा जमा लिया है। यहां भाजपा के 14 पार्षद, कांग्रेस के नौ और दो पार्षद निवार्चित घोषित किए गए। यहां भाजपा का बोर्ड बनना तय है। वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष कमल पाठक वार्ड चार से चुनाव जीत गए हैं।
इस बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने अपने अपने प्रत्याशियों पर नजर रखना शुरू कर दी है ताकि परिणाम के बाद किसी भी तरह की 'सौदेबाजी नहीं सके। राज्य निर्वाचन विभाग के सूत्रों ने बताया कि सभी निर्धारित केन्द्रों पर मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी। इसके लिए सुरक्षा व अन्य बंदोबस्त कर लिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में तीन नगर निगमों, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिकाओं यानी कुल 49 निकायों में सदस्य पार्षद पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 71.53 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
-अजमेर जिले की ब्यावर नगर परिषद में बीजेपी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। यहां 6० वार्डों में 29 पर भाजपा, 16 पर कांग्रेस और 15 पर निर्दलीयों ने बाजी मारी। पुष्कर नगरपालिका पर एक बार फिर भाजपा ने कब्ज़ा जमा लिया है। यहां भाजपा के 14 पार्षद, कांग्रेस के नौ और दो पार्षद निवार्चित घोषित किए गए। यहां भाजपा का बोर्ड बनना तय है। वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष कमल पाठक वार्ड चार से चुनाव जीत गए हैं।
-नसीराबाद नगरपालिका में भाजपा के 10 पार्षद, कांग्रस 8 और 2 निर्दलीय निर्वाचित हुए। वार्ड छह में कांग्रेस प्रत्याशी हरदेव सिंह को एक भी मत नहीं मिला। यहां कुल 16 मत डाले गये जो सभी भाजपा प्रत्याशी महेंद्र डाबी के पक्ष में गये। नसीराबाद नगरपालिका राज्य में सबसे कम मतदाता हैं। यहां कुल 20 वार्ड हैं जिनमें 1044 मतदाता हैं। इनमें 956 मतदाताओं ने मतदान किया।
-श्रीगंगानगर में सभी 65 वार्डो के नतीजे आ गए हैं। इन नतीजों के अनुसार भाजपा को 24 और कांग्रेस को 19 वार्डों में जीत हासिल हुई है जबकि 22 में निर्दलीयों को कामयाबी मिली है। राजस्थान में नगर निकाय चुनावों में अजमेर की नसीराबाद नगरपालिका में एक वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी को एक भी मत नहीं मिला।
- राजस्थान में 49 नगर निकायों में 2,000 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में वोटों की गिनती मंगलवार सुबह शुरू हो गयी।
- इन 49 निकायों में कुल 2,105 वार्डों में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी 2,081 वार्ड में 7,942 उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं जिनमें 2,832 महिलाएं और 5,109 पुरुष प्रत्याशी शामिल हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार नगर निकायों में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 नवंबर और उपाध्यक्ष पद के लिए 27 नवंबर को करवाया जाएगा।
- इस बीच कांग्रेस और भाजपा ने प्रमुख निकायों में अपने-अपने वार्ड पार्षद प्रत्याशियों को इकट्ठा कर किसी होटल, रेसार्ट या अन्य स्थान पर भेज दिया है। इसी तरह कई जगह निर्दलीय प्रत्याशियों की बैठकें भी हो रही हैं ताकि किसी भी तरह का समीकरण बनने पर साथ मिलकर एक राय तय की जा सके।
- श्रीगंगानगर में भाजपा द्वारा अपने पार्षद प्रत्याशियों को पड़ोसी राज्य हरियाणा में एक फार्म हाउस में भेजे जाने की खबर है हालांकि पार्टी के स्थानीय नेता इस बारे में टिप्प्णी से बचते रहे। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार ने कहा कि परिणाम के बाद कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग करते हुए कुछ गड़बड़ न कर पाए इसलिए कुछ जगह ऐहतियातन ऐसी व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी अपने पार्षद प्रत्याशियों के लिए ऐसा कर रही है।
- इधर, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि परिणाम के बाद ही समीकरण बनेंगे और स्थानीय स्तर पर नीति तय होगी। निकाय चुनाव को लेकर अधिक उत्सकुता इसलिए है क्योंकि अगले कुछ ही महीने में राज्य में पंचायत चुनाव भी होने हैं।