बालासोर ट्रेन हादसे के बाद से फरार हैं कर्मचारी? रेलवे ने बताई सच्चाई, सिग्नल JE आमिर खान के बारे में भी बताया
अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'बहानागा बाजार का जितना भी रेस्टोरेशन का काम हो रहा है वो मैंने देखा और यहां के गांव के लोगों से बातचीत की। लोगों ने लाइट के लिए अनुरोध किया है तो इसकी भी व्यवस्था जल्द होगी।'
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद कर्मचारियों के फरार होने के दावे को रेलवे ने गलत बताया है। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने रेलवे कर्मचारियों के फरार होने की रिपोर्ट्स को मंगलवार को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'यह बात फैक्ट के तौर पर सही नहीं है। पूरा स्टाफ मौजूद है और पूछताछ में शामिल भी है। वे लोग जांच एजेंसी के सामने पेश हो रहे हैं।' कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आमिर खान नाम के जूनियर इंजीनियर (JE) के किराए के घर को सील कर दिया है। कहा गया कि आमिर के फरार पाए जाने के बाद सीबीआई ने यह ऐक्शन लिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, आमिर खान नाम के जेई से सीबीआई की पूछताछ जारी है। रेल हादसे में आमिर के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, अभी कुछ भी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है। फिलहाल, आमिर खान को संदिग्ध मानते हुए जांच एजेंसी उससे पूछताछ कर रही है। मालूम हो कि सिग्नल जेई रेलवे में बेहद अहम पद होता है जो कि सिग्नलिंग उपकरणों की स्थापना, रखरखाव और मरम्मत के लिए जिम्मेदार है। सिग्नल जेई इन सिस्टम्स के सुचारू ऑपरेशन को सुनिश्चित करता है। इस तरह ट्रेन से सुरक्षित यात्रा को लेकर यह पद और काम बहुत अहम हो जाता है।
अश्विनी वैष्णव ने रेलवे ट्रैक का लिया जायजा
वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने कहा, 'बहानागा बाजार का जितना भी रेस्टोरेशन का काम हो रहा है वो मैंने देखा और यहां के गांव के लोगों से बातचीत की। लोगों ने लाइट के लिए अनुरोध किया है तो इसकी भी व्यवस्था जल्द होगी।' अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बहानगा के लोगों ने जिस तरह से दुर्घटना के समय एकजुट होकर सेवा की थी, उसके लिए मैं आज उन्हें धन्यवाद देने के लिए आया था। बहानगा अस्पताल के लिए 1 करोड़ रुपए और बहानगा और उसके आसपास के गांवों के लिए भी 1 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या 292
बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 292 हो गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पश्चिम बंगाल के 24 वर्षीय एक यात्री की रविवार को सरकारी अस्पताल में मौत हो गई थी। पलटू नस्कर का एससीबी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा था। नस्कर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के निवासी थे। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती 205 घायलों में से 45 का अभी भी उपचार किया जा रहा है, जिनमें 12 आईसीयू में हैं।
कैसे हुआ बालासोर ट्रेन हादसा
शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से जुड़े हादसे को भारत में सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। कोरोमंडल एक्सप्रेस 2 जून को बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शाम 7 बजे के आसपास खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे उसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए। उसी समय दूसरी लाइन से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के आखिरी कुछ डिब्बों से कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे टकरा गए। इस दुर्घटना में 287 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 5 अन्य ने अस्पतालों में दम तोड़ दिया, जबकि 1,208 लोग घायल हुए।