पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट, CJI के बारे में अफवाह फैलाते थे, PIB ने यूट्यूब चैनल की खोली पोल
पीआईबी फैक्टचेट टीम ने ऐसे कई यूट्यूब चैनलों की कलई खोलकर रख दी है जो कि प्रधानमंत्री, सीजेआई, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के बारे में फर्जी खबरें च लाते थे। इन्हें बैन भी किया जा सकता है।
प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) भ्रामक जानकारी देने और प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट, सीजेआई के बारे में गलत जानकारी देने वाले कई यूट्यूब चैनलों का पर्दाफाश किया। पीआईबी ने इन चैनलों की जमकर खिंचाई। पीआईबी की तरफ से कहा गया है कि ये चैनल चुनाव आयोग समेत शीर्ष संस्थानों के बारे में अफवाह फैलाते थे। पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट (FCU) ने इन यूट्यूब चैनलों का भंडाफोड़ किया है जिनके कम से कम 33 लाख सब्सक्राइबर थे। इनके ज्यादातर वीडियो गलत पाए गए। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि इन वीडियो को 30 करोड़ बार देखा जा चुका है।
पीआईबी के मुताबिक 'न्यूज हेडलाइन्स' नाम के चैनल के करीब 10 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। इसे 32 करोड़ बार देखा गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई और चुनाव आयोग के बारे में अफवाह फैलाता था। पिछले साल सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 100 यूट्यूब चैनल ब्लॉक करवा दिए थे। आईटी रूल 2021 के मुताबिक मंत्रालय के पास स्पेशर पावर है। समाचार आधारित 20 चैनल, तीन ट्विटर अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को भी ब्लॉक किया गया था। इसके अलावा फेसबुक अकाउंट भी सस्पेंड करवा दिया गया था।
6 मई 2021 को एक यूट्यूब चैनल ने वीडियो अपलोड किया था जिसका शीर्षक था, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा, नितिन गडकरी को मिली कमान।' इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा था। पीआईबी ने इस वीडियो को देखा और इसके बाद कार्रवाई की गई।
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