अर्धसैनिक बल के जवानों को भी मिल सकती है 100 दिन की छुट्टी, संसदीय समिति की सिफारिश
संसदीय समिति ने कहा है कि इस समय फील्ड ड्यूटी में तैनात जवानों को 75 दिन की छुट्टी मिलती है, जबकि इसे 100 दिन करने का प्रस्ताव है।समिति ने कहा कि इस प्रस्ताव को जल्द लागू करके समिति को अवगत कराया जाए।

गृह मंत्रालय से संबद्ध संसदीय समिति ने कहा है कि अर्धसैन्य बल के जवानों को साल में 100 दिन छुट्टी का लाभ मिलना चाहिए। संसदीय समिति ने कहा है कि इस समय फील्ड ड्यूटी में तैनात जवानों को 75 दिन की छुट्टी मिलती है, जबकि इसे 100 दिन करने का प्रस्ताव है। समिति ने कहा कि इस प्रस्ताव को जल्द लागू करके समिति को अवगत कराया जाए।
गौरतलब है कि इस संबंध में संसद में सवाल पर गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि यह कोशिश रहती है कि जवान साल में 100 दिन अपने परिवार के साथ बिता सकें। हालांकि कितने जवानों को यह सुविधा मिली इसका कोई ब्योरा नहींं दिया गया। एक प्रस्ताव के तहत जवानों का सीएल बढ़ाने का प्रस्तावभी भेजा गया था।
सुरक्षा बलों में सीएल 15 दिन से बढ़ाकर 28 दिन करने का प्रस्ताव गृह मंत्रालय ने स्वीकार नहींं किया था। सीआरपीएफ की ओर से ये प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा गया था। इसके जवाब में मंत्रालय ने कहा है कि प्रस्ताव पर विचार किया गया। लेकिन, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप नहीं होने की वजह से इस पर मंत्रालय सहमत नहींं है। सभी सुरक्षाबलों को गृह मंत्रालय ने ये जानकारी दी है। सातवें वेतन आयोग की जिन सिफारिशों का हवाला दिया गया है उसमें कहा गया है कि छुट्टियों की मौजूदा व्यवस्था ठीक चल रही है और इसमे छेड़छाड़ करने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को सेना की तर्ज पर छुट्टी के सवाल पर कहा गया है कि सीएपीएफ सिविलियन फोर्स हैं और इनकी सेवा शर्तें रक्षा बलो यानी सेना से अलग हैं। अलग अलग बलों में अलग नियम का भी हवाला दिया गया था। गौरतलब है कि जवानों को सौ दिन अवकाश, उनके घर के समीप पोस्टिंग, एक निश्चित आयु के बाद डेपुटेशन वाली जगहों पर भेजने से जुड़े प्रस्ताव उच्च स्तर पर चर्चा के बाद सामने आए थे।