जिन्ना बन गए हैं ओवैसी, कांवड़ यात्रा नेमप्लेट पर विवाद के बीच बीजेपी का पलटवार
कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के यूपी सरकार के फैसले के बीच ओवैसी ने कहा कि यह मुसलमानों के प्रति नफरत की असलियत है। वहीं बीजेपी ने कहा कि ओवैसी जिन्ना की भूमिका में है।
कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली दुकानों और ढाबों पर नेमप्लेट लगाने यूपी सरकार के फैसले को लेकर सियासत गर्म है। विपक्षी दल और मुस्लिम संगठन इसे भेदभावपूर्ण बता रहे हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा यह भारत में मुस्लिमों के खिलाफ घृणा को दिखाता है। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा, उत्तर प्रदेश के कांवड़ रूट में डर का माहौल है। यह भारतीय मुसलमानों के प्रति घृणा की असलियत है। इस तरह का माहौल बनाने की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों की है। इस काम में तथाकथित सेक्युलर पार्टियां भी शामिल हैं।
ओवैसी ने एक अंडे की रेहड़ी की तस्वीर भी शेयर की। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी चीफ सुकांता मजूमदार ने कहा कि विपक्ष लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह का नोटिफिकेशन समाजवादी पार्टी की सरकार में भी जारी किया गया था। उन्होंने कहा, ओवैसी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की भूमिका निभा रहे हैं।
मजूमदार ने कहा, विपक्ष झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहा है। इसी तरह का नोटिफिकेशन मुलायम सिंह यादव की सरकार में भी जारी किया गया था। अखिलेश यादव की सरकार ने भी इस तरह के नियम बनाए थे। यह एक रूटीन काम है। कानून के मुताबिक जिसके नाम पर रजिस्ट्रेशन है उसका नाम जरूरी है। जो हिंदू नॉन वेज खाते हैं वे मुस्लिमों की दुकानों पर जाते हैं। पश्चिम बंगाल में हम ऐसी बहुत सारी दुकानों पर जाते हैं जिनके मालिक मुसलमान हैं। विपक्ष लोगों को बांटने की कोशिश कर रहा है और असदुद्दीन ओवैसी जिन्ना की भूमिका निभा रहे हैं।
वहीं राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि इस तरह के अजेंडे केवल देश को बांटने का काम करेंगे। उन्होंने कहा, यूपी में कांवड़ यात्रा रूट पर रेहड़ी वालों को भी मालिक के नाम की नेमप्लेट लगानी होगी। क्या यही विकसित भारत का रास्ता है? इस तरह के अजेंडे से देश बंटेगा। जमायत उलेमा ए हिंद चीफ मौलाना अर्शद मदनी ने कहा कि यह सांप्रदायिक फैसला है और इससे देश विरोधी तत्वों को मौका मिल जाएगा।
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अब बीजेपी का अगला टारगेट दलित होने वाले हैं। उन्होंने कहा, पहले बीजेपी ने मुस्लिमों के अधिकारों के साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद वे दलितों और पिछड़ों पर हमला करेंगे क्योंकि वे एक अलग सिस्टम बनाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में किया गया फैसला संविधान के खिलाफ है। यूपी सरकार के इस फैसले को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने भी हमला बोलो और कहा कि बीजेपी को इससे कोई फायदा नहीं होगा। ये लोग केवल देश को तोड़ने में लगे हैं।