कमाऊ लाल को खोकर मां हुई बेहाल, ओडिशा रेल हादसे में घायल युवक की मौत; 290 हुई मरने वालों की संख्या
ओडिशा रेल हादसे में घायल बिहार के युवक की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 290 हो गई है। गोपालगंज का 22 वर्षीय युवक 2 जून को बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए रेल हादसे में बुरी तरह से घायल हो गया था।
ओडिशा रेल हादसे में घायल बिहार के युवक की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 290 हो गई है। गोपालगंज का 22 वर्षीय युवक 2 जून को बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए रेल हादसे में बुरी तरह से घायल हो गया था। इस युवक का नाम प्रकाश राम था और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से घर वापस लौट रहा था। प्रकाश ट्रेन की जनरल बोगी में सवार था, जो पटरी से उतर गया था। बाद में कोरोमंडल एक्सप्रेस की डिरेल हुई बोगियां उछलकर इस बोगी पर गिर पड़ी थीं।
कट चुका था बायां पैर
हादसे में घायल प्रकाश को पहले बालासोर जिला मुख्यालय के अस्पताल ले जाया गया था। बाद में उसे एससीबी मेडिकल कॉलेज के सर्जरी वार्ड और कटक के हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उसका बायां पैर काट दिया और बाएं हाथ की भी सर्जरी की थी, जिसमें कई फ्रैक्चर हुए थे। प्रकाश राम की मां प्रमिला देवी ने शुक्रवार की सुबह कहा कि शुक्रवार सुबह वह अचानक उल्टियां करने लगा और फिर गुजर गया। उन्होंने बताया कि मेरे पति दिव्यांग हैं और मेरा बेटा ही घर का कमाऊ सदस्य था। मुझे नहीं पता कि अब हमारा गुजारा कैसे होगा?
81 शवों की अभी तक पहचान नहीं
अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद प्रकाश राम का शव उसके घरवालों को सौंप दिया गया है। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में आधिकारिक रूप से 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इनमें से 100 से अधिक लोगों का एससीबी मेडिकल कॉलेज, कटक के अस्पताल और कुछ अन्य निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रकाश राम आंध्र प्रदेश के प्रकासम जिला स्थित ओंगोले सिटी में सेरामिक टाइल फैक्ट्री में काम कर रहा था। वहीं, एम्स भुबनेश्वर में रखे 81 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। इन शवों पर दावा करने वाले डीएनए टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। कुल 78 परिवार वालों ने डीएनए सैंपल दिया है।