कौन है रेलवे का JE आमिर खान, जिसका घर सीबीआई ने किया सील; ओडिशा हादसे को लेकर पूछताछ
ओडिशा में 2 जून को हुए भीषण रेल हादसे की जांच कर रही सीबीआई रेलवे के एक जूनियर इंजीनियर से पूछताछ कर रही है। आमिर खान नाम के जिस जेई से एजेंसी पूछताछ कर रही है, वह रेलवे सिग्नल सेक्शन का काम देखता है।
ओडिशा में 2 जून को हुए भीषण रेल हादसे की जांच कर रही सीबीआई रेलवे के एक जूनियर इंजीनियर से पूछताछ कर रही है। आमिर खान नाम के जिस जेई से एजेंसी पूछताछ कर रही है, वह रेलवे सिग्नल सेक्शन का काम देखता है। सूत्रों का कहना है कि आमिर खान के हादसे में शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। इसीलिए उसे संदिग्ध मानते हुए सीबीआई ने पूछताछ की है। ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक आमिर खान के किराये के घर को सील कर दिया गया है। कोरोमंडल एक्सप्रेस को रुकने का सिग्नल ना मिलने पर ट्रेन आगे बढ़ गई थी और वह एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस टक्कर के बाद ट्रेन के करीब एक दर्जन डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
फिर दूसरे ट्रैक पर आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस उन डिब्बों पर चढ़ गई थी। इस भीषण हादसे में 292 लोगों के अब तक मारे जाने की खबर आ चुकी है तो वहीं करीब 900 लोग जख्मी हुए हैं। जिस इंजीनियर से पूछताछ हो रही है, वह सोरो सेक्शन पर तैनात था। इसी सेक्शन के अंतर्गत बाहंगा बाजार रेलवे स्टेशन आता है, जहां हादसा हुआ था। शुरुआती जांच में यह सामने आई थी कि सिग्नल न मिलने से गाड़ी आगे बढ़ी थी और यह हादसा हो गया था। फिलहाल सीबीआई यह जांच कर रही है कि हादसा किसी तकनीकी खामी से हुआ था, किसी स्टाफ की चूक थी या फिर कोई साजिश इसके पीछे थी।
इससे पहले सीबीआई ने रिले रूम और पैनल को सील कर दिया था। वहीं रेलवे स्टेशन पर तैनात पूरे स्टाफ के मोबाइल फोन भी सीज कर लिए थे। वहीं लॉग बुक और डिजिटल लॉग्स को भी सीबीआई ने अपने पास रख लिया है। आमिर खान के गायब होने की खबरें भी मीडिया में आई थीं, लेकिन दक्षिण पूर्व रेलवे ने बयान जारी कर इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है। रेलवे ने कहा कि पूरा स्टाफ सीबीआई और सीआरएस की जांच में सहयोग कर रहा है। कोई भी स्टाफ लापता नहीं है और ना ही कहीं भागा है।
इससे पहले खोरदा रोड के डिविजनल रेलवे मैनेजर रिंकेश रॉय ने कहा था कि सिग्नल से किसी व्यक्ति ने शायद छेड़छाड़ की हो। इसकी वजह से भी यह रेल हादसा हुआ हो सकता है। रॉय ने कहा, 'मेन लाइन पर ग्रीन सिग्नल था। आमतौर पर जब सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रहती हैं तो सिग्नल ग्रीन ही रहता है। यदि कोई भी समस्या रहती है या फिर कोई काम बकाया रहता है तो फिर सिग्नल ग्रीन नहीं हो सकता। हां, यदि किसी ने निजी तौर पर उसमें छेड़छाड़ कर दी हो, तब ऐसा हो सकता है। लेकिन डेटा रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि जब कोरोमंडल एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंच रही थी तो सिग्नल ग्रीन था, लेकिन वह लूप लाइन में चली गई।'