Hindi Newsदेश न्यूज़Odisha government ordered probe into absence of 43489 Class X students in HSC exams - India Hindi News

43,000 छात्रों ने छोड़ दी उड़ीसा दसवीं कक्षा की परीक्षा, सरकार भी हैरान; जांच के आदेश

रिपोर्ट के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) द्वारा आयोजित एचएससी परीक्षाएं 30 अप्रैल से शुरू हुईं थीं और राज्य के 3,540 केंद्रों पर आयोजित की गईं। 2021 में केवल 4,412 छात्र परीक्षा से चूके थे।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, भुवनेश्वरWed, 11 May 2022 01:24 PM
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उड़ीसा में 43,000 से ज्यादा छात्रों द्वारा दसवीं की परीक्षा छोड़े जाने को लेकर राज्य सरकार भी हैरान है। उड़ीसा सरकार ने इस साल की हाई स्कूल सर्टिफिकेट (एचएससी) परीक्षा में 43,489 दसवीं कक्षा के छात्रों की अनुपस्थिति की जांच का आदेश दिया है। जांच के आदेश तब दिए गए हैं जब स्कूल और जन शिक्षा विभाग द्वारा यह पाया गया कि जिन 5.71 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था, उनमें से केवल 5.3 लाख ही असल में उपस्थित हुए थे।

स्कूल और जन शिक्षा सचिव विष्णुपद सेठी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को पत्र लिखकर अपने-अपने जिलों में बड़े पैमाने पर छात्रों की अनुपस्थिति की जांच करने को कहा है। डीईओ को अपने जिलों का स्कूलवार विश्लेषण करने और 10 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया है। सबसे अधिक अनुपस्थितियां मयूरभंज, गंजम और बोलांगीर जिलों से दर्ज की गईं।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) द्वारा आयोजित एचएससी परीक्षाएं 30 अप्रैल से शुरू हुईं थीं और राज्य के 3,540 केंद्रों पर आयोजित की गईं। 2021 में केवल 4,412 छात्र परीक्षा से चूके थे।

रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल और जन शिक्षा सचिव ने कहा: “इस साल एचएससी परीक्षा से हजारों उम्मीदवारों की अनुपस्थिति निश्चित रूप से चिंता का विषय है। डीईओ को अपने-अपने जिलों में अनुपस्थिति के स्कूल-वार विश्लेषण पर एक रिपोर्ट जमा करने और इसे Google फॉर्म में अपडेट करने के लिए कहा गया है।”

ओडिशा स्कूल और जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने कहा, “कोविड-19 महामारी के कारण छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई थी। हो सकता है कि तैयारी की कमी के कारण वे परीक्षा से बाहर हो गए हों।” दास ने बताया कि इस साल राज्य सरकार ने कोविड की स्थिति को देखते हुए मैट्रिक के छात्रों के लिए परीक्षा शुल्क माफ कर दिया था।

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