2023 का आगाज; दुनिया भर में सड़कों पर जुटे लोग, आतिशबाजी के साथ स्वागत
नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पहुंचे हैं। ये लोग हंसते-गाते हुए नए साल का स्वागत कर रहे हैं। वहीं, नया साल मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक शिमला, जैसलमेर पहुंचे हैं।
नए साल यानि 2023 का आगाज हो गया है। नववर्ष को लेकर दुनिया भर में खुशियों भरा माहौल है। भारत में भी लोग नए साल का जश्न मन रहे हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं भेज रहे हैं। खास बात यह है कि 2 साल बाद लोग बिना कोरोना प्रोटोकॉल के नए साल के जश्न में शामिल हुए हैं। लोग सड़कों पर उतर आए हैं और आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत कर रहे हैं। मालूम हो कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में नए साल का आगाज सबसे पहले हुआ।
नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पहुंचे हैं। ये लोग हंसते-गाते हुए नए साल का स्वागत कर रहे हैं। राजस्थान में नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक जैसलमेर पहुंचे हैं। वहीं मध्य प्रदेश में नए साल के जश्न के मद्देनजर भोपाल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
नए साल के स्वागत में कर्तव्य पथ पर उमड़ी भीड़
कोरोना महामारी के 2 साल के अंतराल के बाद नववर्ष की पूर्व संध्या का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ कर्तव्य पथ पर उमड़े। फिर से पिकनिक स्पॉट बने कर्तव्य पथ पर पहुंचने वाले लोगों में कुछ बच्चे भी शामिल रहे, जो स्कूल की तरफ से पिकनिक मनाने आए। कई लोग इस दिन को यादगार बनाने के लिए सेल्फी लेते और तस्वीरें खिंचवाते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया था। इसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था।
शिमला में नए साल पर पर्यटकों की चहल-पहल
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नए साल के आगमन का स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं। यहां बड़े पैमाने पर चहल-पहल देखने को मिल रही है। हालांकि, इस साल होटलों के 20 प्रतिशत कमरे खाली ही रहे। पिछले चार दशकों में ऐसा पहली बार देखा गया है कि होटलों के केवल 80 प्रतिशत कमरों की ही बुकिंग हो सकी। खबर है कि शिमला शहर में बिना बुकिंग के पर्यटक वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) ने नए साल के मौके पर शिमला, मनाली, धर्मशाला और अन्य जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया है। साथ ही निजी होटल भी नए साल पर पर्यटकों के स्वागत के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। पर्यटन उद्योग हितधारक संघ के अध्यक्ष एम के सेठ ने कहा कि बड़ी संख्या में ऑनलाइन बुकिंग रद्द कर दी गई है, क्योंकि जिला प्रशासन ने शहर में बिना होटल बुकिंग के पर्यटक वाहनों को अनुमति नहीं देने का फैसला किया है।
पर्यटकों से गुलजार हुआ राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र
नववर्ष मनाने के लिए साल के आखिरी सप्ताह उमड़े पर्यटकों ने राजस्थान के पर्यटन उद्योग की उम्मीदों में नए रंग भर दिए। राज्य के होटल और रिसॉर्ट आगंतुकों से भरे हैं और आतिथ्य उद्योग साल के आखिरी सप्ताह में अच्छे खासे कारोबार की उम्मीद कर रहा है जो उसे कोरोना महामारी से हुए नुकसान की कुछ भरपाई करने में मदद करेगा। पर्यटन और होटल उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि 2020 में फैली कोरोना महामारी ने 2021 में भी इस क्षेत्र को प्रभावित किया। उसके बाद पहली बार, अब राज्य में पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक है। चूंकि इस बार कोरोना से जुड़े सारे प्रतिबंध हटाए लिए गए हैं तो पर्यटन व होटल व्यवसाय वापस पटरी पर आ गया है।
5 लाख श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की संभावना
मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में नए साल के अवसर पर महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए शनिवार से सोमवार तक तीन दिन में करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने कहा, ''हम शनिवार, रविवार और सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि लोग भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेकर अपने नए साल की शुरुआत करना चाहते हैं।' महाकालेश्वर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर पवित्र क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित है।