पत्नी और सास को गैस सिलेंडर से उड़ा दिया, दहेज की खातिर नेवी कर्मचारी ने रची दिल दहलाने वाली साजिश
पुलिस ने कहा था कि विस्फोट संभवत: रात भर हुए गैस रिसाव के कारण हुआ। ऐसा माना गया कि रात भर गैस लीक करती रही और जब सुबह महिलाओं ने गैस स्टोव जलाने का प्रयास किया तो आग लग गई।
गोवा पुलिस ने भारतीय नौसेना के एक कर्मचारी अनुराग सिंह राजावत को अपनी गर्भवती पत्नी 26 वर्षीय शिवानी राजावत और उसकी 50 वर्षीय मां जयदेवी चौहान की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों की मौत पिछले साल 18 नवंबर को अपने घर पर गैस विस्फोट में हुई थी। सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की एक रिपोर्ट के बाद राजावत को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्नी के परिवार की शिकायत पर कार्रवाई की गई है।
परिवार ने आरोप लगाया कि महिला और उसके परिवार को दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था, उन्होंने गोवा पुलिस से इन मौतों की जांच हत्या के एंगल से करने को कहा। पुलिस ने कहा विस्फोट के समय शिवानी और उसकी माँ घर पर थीं। मामला गोवा के वास्को डी गामा बंदरगाह शहर के न्यू वड्डेम का है। दोनों की मौत रसोई सिलेंडर से लीक हुई गैस के कारण हुए विस्फोट से हुई थी।
उस समय पुलिस ने कहा था कि विस्फोट संभवत: रात भर हुए गैस रिसाव के कारण हुआ। ऐसा माना गया कि रात भर गैस लीक करती रही और जब सुबह महिलाओं ने गैस स्टोव जलाने का प्रयास किया तो आग लग गई। विस्फोट की तीव्रता इतनी थी कि घर की खिड़कियां टूट गईं। शिवानी के भाई ने बाद में जिला प्रशासन के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि अनुराग सिंह ने 20 लाख रुपये की दहेज की मांग की थी और वह अपनी पत्नी और उसके परिवार को परेशान कर रहा था और उनकी मौत में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
चूंकि पत्नी की मृत्यु शादी के सात साल के भीतर हुई, इसलिए सब डिविजनल मजिस्ट्रेट ने जांच शुरू की। पुलिस ने अनुराग सिंह राजावत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के साथ-साथ दहेज उत्पीड़न के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि उनके परिवार के सदस्यों को दहेज उत्पीड़न मामले में आरोपी के रूप में नामित किया गया है। परिवार मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है और वास्को डी गामा में किराए के परिसर में रह रहा था।