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मुर्गी के खून से कैसे महिला ने किया हनी ट्रैप और ठग लिए 3 करोड़ रुपये; हैरान करने वाली वारदात

पुलिस ने चार्जशीट में दावा किया है कि कथित महिला ने यौन उत्पीड़न की कोशिश के दौरान विरोध होने पर घायल होने का जो नाटक किया था और हाथों पर जो खून के धब्बे पुलिस को दिखाए थे, वह चिकन ब्लड था।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईMon, 17 July 2023 02:05 PM
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मुर्गी के खून से कैसे महिला ने किया हनी ट्रैप और ठग लिए 3 करोड़ रुपये; हैरान करने वाली वारदात

मुंबई पुलिस ने डेढ़ साल पुराने एक हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप केस को सुलझाते हुए उसमें चार्जशीट दाखिल कर चौकाने वाले दावे किए हैं। चार्जशीट के मुताबिक, एक महिला, जिसने 64 वर्षीय एक चीनी व्यवसायी पर मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में यौन उत्पीड़न करने की कोशिश का आरोप लगाया था और दावा किया था कि उत्पीड़न की कोशिशों का विरोध करने के दौरान वह घायल हो गई थी। डेढ़ साल बाद जांच के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में दावा किया है कि कथित महिला ने यौन उत्पीड़न की कोशिश के दौरान विरोध होने पर घायल होने का जो नाटक किया था और हाथों पर जो खून के धब्बे पुलिस को दिखाए थे, वह चिकन ब्लड था।

चार्जशीट में पुलिस ने कहा है कि मोनिका भगवान उर्फ देव चौधरी नाम की महिला ने कथित तौर पर व्यवसायी को फंसाने के लिए अपने तीन सहयोगियों के साथ हनी ट्रैप का खेल खेला था और व्यवसायी से 3 करोड़ रुपये की उगाही की थी। क्राइम ब्रांच सिटी पुलिस की यूनिट 10 ने पिछले हफ्ते मोनिका चौधरी और उसके तीन साथियों - अनिल चौधरी उर्फ आकाश, लुबना वज़ीर उर्फ सपना एक फैशन डिजाइनर और ज्वैलर मनीष सोदी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।

नवंबर 2021 में चीनी व्यवसायी ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि चार लोगों के एक गिरोह ने शहर के एक फाइव स्टार होटल में हनी ट्रैप का जाल बिछाया और उससे  3.25 करोड़ रुपये की उगाही की। व्यवसायी ने आरोप लगाया था कि गिरोह उसे वीडियो के जरिए लगातार धमका रहा है और 2 करोड़ रुपये की और मांग कर रहा। पुलिस ने केस की छानबीन करते हुए मामले के तीन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया, जबकि मोनिका की गिरफ्तारी जून 2022 में हुई।

मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, कोल्हापुर के व्यापारी से आरोपियों में से एक अनिल चौधरी की पहली मुलाकात साल 2016 में गोवा में हुई थी। दोनों इतने गहरे दोस्त हो गए कि जब भी व्यापारी किसी बिजनस के सिलसिले में मुंबई आता तो वह अनिल चौधरी को फोन जरूर करता। पुलिस ने खुलासा किया है कि ब्लैकमेलिंग की कहानी साल 2017 में तब शुरू हुई, जब अनिल चौधरी और सपना ने व्यवसायी से दोस्ती की और उसकी संपत्ति का अध्ययन किया और उसे फंसाने की योजना बनाई। 

पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, साल 2019 में जब व्यवसायी मुंबई में था और एक फाइव स्टार होटल में रुका था,तो उसने हर बार की तरह अनिल चौधरी को फिर डिनर पर बुलाया। अनिल चौधरी इस बार लुबना वजीर के अलावा अपने साथ मोनिका देव नामक एक और महिला को लेकर भी गया। मोनिका के अलावा कोई मनीष सोदी भी साथ में था। फिर फोन कॉल पर कोई जरूरी काम का बहाना बनाकर वह होटल से निकल गया लेकिन मोनिका और लुबना वजीर को वहीं छोड़ दिया।

कुछ देर बाद ही मोनिका ने हंगामा करना शुरू कर दिया कि व्यवसायी कि उसने उसके साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की और उसकी साथी ने उस आदमी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए झगड़े का एक वीडियो शूट कर लिया था। उस वीडियो के आधार पर ही यह गैंग व्यवसायी को ब्लैकमेल कर रहा था।

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